शिवराज रखा बेटे का नाम!
प्रदेश में आठ दिसम्बर को जब विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे थे, तभी जबलपुर में प्रीति गहोरिया ने एक शिशु को जन्म दिया। शिशु की मां और दादी को जब पता चला कि प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने जीत प्राप्त कर ली है और शिवराज सिंह चौहान का दोबारा मुख्यमंत्री बनना तय है तो उन्होंने शिशु का नाम शिवराज रख दिया।
प्रीति द्वारा अपने बेटे का नाम शिवराज रखना उनका स्वयं का निर्णय है। वे चाहती हैं कि उनका बेटा भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जैसा काम करे और नाम कमाए। उनका मानना है कि नाम से बच्चे को प्रेरणा मिलती है। वे चाहती हैं कि उनका बेटा बड़ा होकर शिवराज जैसा नेता बने।
भगवान, महापुरुष और फिल्म अभिनेता लोगों के लिए आदर्श रहे हैं। बच्चों के नाम भी इन्हीं पर रखने का चलन रहा है। इसके पीछे यह सोच रहती है कि उनका बेटा या बेटी नाम के अनुरूप बनेंगे।
हालांकि आजाद हिन्दुस्तानी समाज में नेताओं को लेकर लोगों की कुछ अलग ही धारणाएं बन गई हैं। यहां बच्चा थोड़ा बिगड़ जाता है तो उसे परिवार वाले कहते हैं 'अब तो तुम नेता ही बन पाओगे।' वहीं दूसरी ओर अच्छी छवि वाले नेताओं के मामले में सोच कुछ अलग है, तभी तो प्रीति ने अपने बेटे का नाम शिवराज रखा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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