भारत 9/11 के बाद जैसी स्थिति से जूझ रहा है : राइस (लीड-1)
वाशिंगटन, 11 दिसम्बर (आईएएनएस)। अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलिजा राइस ने कहा है कि मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों के बाद भारत वैसी ही स्थिति का सामना कर रहा है जैसी 9/11 की घटना के बाद अमेरिका के सामने चुनौती थी।
नेशनल पब्लिक रेडिया को दिए एक सक्षात्कार में राइस ने कहा कि 11 सितंबर 2001 की घटना के बाद राष्ट्रपति जार्ज बुश इस चीज को लेकर दृढ़संकल्प थे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अमेरिकी कानून और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के दायरे में जो भी संभव हो सकेगा वह किया जाएगा।
संदिग्ध आतंकवादियों के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, "आप तब तक इंतजार नहीं कर सकते कि कोई व्यक्ति अपराध करे उसके बाद उसे दंड दिया जाए।"
उन्होंने कहा, "मुंबई हमलों के बाद मैं भारत में थी और वे उसी सवाल से जूझ रहे थे कि भविष्य में इस तरह के हमलों को कैसे रोका जाए और इस संबंध में कैसे सूचनाएं हासिल की जाएं।"
राइस ने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद के खात्मे, हमलों को रोकने के लिए सूचनाएं एकत्रित करने आदि को लेकर अपनी ताकत बढ़ाने में लगी हुई है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या अब भी उन्हें भारत-पाक के बीच किसी संघर्ष की आशंका है तो उन्होंने कहा, "मैं सोचती हूं कि हमें चिंतित होना चाहिए क्योंकि यह समय स्वाभाविक रूप से भारत में आक्रोश का है।"
उन्होंने जोर दिया है कि आतंकवाद दोनों देशों के लिए खतरा है और इस्लामाबाद को इस दिशा में कदम उठाने की जरूरत है क्यों कि उसकी सरजमीं का इस्तेमाल इस हमले में किया गया है। उन्होंने कहा कि मुंबई हमले में अमेरिकी नागरिक भी मारे गए है, जिस कारण अमेरिका की भी विशेष जिम्मेदारी है।
आतंकवादियों के खिलाफ पाक में की जा रही कार्रवाई के बारे में उन्होंने कहा, "हम यह जानने के लिए मेहनत कर रहे हैं कि सही मायने में वहां क्या चल रहा है।" उन्होंने कहा कि आतंकवादी भारत और पाक के रिश्तों में आए सुधार को पटरी से उतारना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, "कोई इस तनाव को बढ़ाना नहीं चाहता। और अगर यह बढ़ता है तो इसका मतलब हुआ कि हम अनचाहे परिणाम को आमंत्रित कर रहे हैं और संभवत: परिस्थितियां जो अभी बहुत खराब है उससे भी खराब होंगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।