संयुक्त राष्ट्र ने जमात-उद-दावा को आतंकवादी संगठन घोषित किया (लीड-1)
संयुक्त राष्ट्र, 11 दिसम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मुंबई हमलों के बाद भारत और अमेरिका के अनुरोध पर पाकिस्तान से गतिविधियां चलाने वाले आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के गुट जमात-उद-दावा को आतंकवादी संगठन और उसके सरगनाओं को आतंकवादी करार दिया है।
सुरक्षा परिषद ने बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा के हाफिज मुहम्मद सईद, जकी-उर-रहमान लखवी, हाजी मुहम्मद अशरफ और महमूद मोहम्मद अहमद बहाजिक को आतंकवादी करार दिया। इनमें बहाजिक के अलावा सभी पाकिस्तानी नागरिक हैं।
भारत का कहना है कि लश्कर सरगना सईद ने 26 नवंबर के मुंबई आतंकवादी हमलों की साजिश रची थी। इन हमलों में विदेशियों समेत कम से कम 179 लोग मारे गए थे। लखवी लश्कर-ए-तैयबा की कार्रवाइयों का प्रमुख है, वहीं अशरफ आतंकवादी संगठन के लिए वित्त की व्यवस्था करता है।
बहाजिक भारतीय मूल का सऊदी नागरिक है जो सऊदी अरब में लश्कर-ए-तैयबा के लिए धन एकत्र करता है। प्रतिबंधित अल राशिद और अल अख्तर न्यास भी संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल किए गए हैं।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र से जमात-उद-दावा और सईद पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया था जबकि अन्य आतंकवादियों तथा संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध अमेरिका ने किया था।
इसके साथ ही अब पूरा दारोमदार पाकिस्तान पर आ गया है कि वह सुरक्षा परिषद की समिति की सूची में शामिल किए गए व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करे।
संयुक्त राष्ट्र के अल कायदा तालिबान निगरानी दल के समन्वयक रिचर्ड बेर्रेट ने आईएएनएस को बताया कि प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू होंगे। पाकिस्तान से अपेक्षा होगी कि वह तत्काल इनके खिलाफ कार्रवाई करे। जिसमें उनकी संपत्तियां फ्रीज करना, उनकी विदेश यात्राओं पर प्रतिबंध तथा हथियार संबंधी प्रतिबंध लगाया जाना शामिल होगा।
इससे पहले जमात-उद-दावा को आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल कराने की तीन बार कोशिश की गई थी लेकिन चीन ने इसका विरोध किया था। इस बार भारत और अमेरिका ने इस संगठन के खिलाफ पुख्ता सबूत पेश किए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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