संग जीने-मरने की कसमें खा रहे हैं चंद्रमोहन और अनुराधा
कुछ दिनों पहले मेरठ में इस्लाम कबूल करने के बाद चंद्रमोहन चांद मोहम्मद बन गए थे और अनुराधा फिजा बानो बन गईं थीं। इसके बाद दोनों ने निकाह कर लिया था।
बुधवार को यह बहुचर्चित जोड़ा मीडिया के कैमरों के सामने खुलेआम अपने प्यार और शादी की बात कुबूल करते देखा गया। चंद्रमोहन ऊर्फ चांद इस बात से पूरी तरह बेफिक्र दिखे कि उनके पिता ने उनको अपने परिवार और सम्पत्ति से बेदखल कर दिया है। उनके माथे पर इस बात की भी शिकन नहीं थी कि उनके खिलाफ फतवा तक जारी हो गया।
सारी बातों से बेपरवाह दिख रहे चंद्रमोहन ने कहा, "मैं अपने पिता और परिवार के द्वारा पहले ही बेदखल कर दिया गया था। मैं हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं। "
उनकी पत्नी अनुराधा ऊर्फ फिजा कहती हैं कि उनकी और चांद की जोड़ी राधा और किशन की जोड़ी है। उनका कहना है कि उनके रिश्ते को ऊपर वाले ने गढ़ा है।
परिवार और राजनीति को लेकर चंद्रमोहन ने अभी से अपना रुख साफ कर दिया है। उनका कहना है कि वह अपने परिवार से कभी नहीं मिलेंगे और कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित रहेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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