मानवाधिकार घोषणा के अधूरे क्रियान्वयन से संयुक्त राष्ट्र खिन्न
न्यूयार्क, 11 दिसम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासभा में बुधवार को मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की 60 वीं वर्षगांठ के अवसर पर स्वीकार किया गया कि इसमें निर्धारित लक्ष्य अभी तक अधूरे हैं जबकि नई वैश्विक समस्याओं के कारण लाखों लोगों का जीवन स्तर बदहाल हो गया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में महासचिव बान की मून ने कहा कि मानव अधिकारों के संबंध में हमने लंबा सफर तय किया है लेकिन अभी भी हम यह नहीं कह सकते कि घोषणापत्र के उद्देश्य पूरी तरह लागू हो गए हैं। कम से कम अभी तो नहीं।
बान ने कहा, "दो वर्ष पहले महासचिव का पद संभालने के बाद से मैं देख रहा हूं कि मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जाता है और उनका सही ढंग से संरक्षण नहीं किया जाता।"
बान ने कहा कि मानव तस्करी, बाल शोषण और अन्य कई समस्याओं से दुनिया भर के लाखों लोग पीड़ित हैं। हम गरीबी, दमन और कट्टरता जैसी बुराइयों के खिलाफ आंखें नहीं मूंद सकते। हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम उदासीनता छोड़कर मानवाधिकारों के लिए पूरी दुनिया के साथ एकजुटता दिखाएं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।