आतंकवाद का केंद्र है पाकिस्तान : आडवाणी
नई दिल्ली, 11 दिसम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तान को आतंकवाद का 'केंद्र' बताते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को सरकार को सचेत किया कि वह मुंबई हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पूरी तरह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पर निर्भर नहीं रहे।
लोकसभा में अपने संबोधन में आडवाणी ने कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के माध्यम से पाकिस्तान पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं। परंतु हमें कश्मीर के संबंध में अपने अनुभव नहीं भूलने चाहिए। हमें स्वयं अपनी क्षमता के हिसाब से हर संभव कदम उठाना चाहिए। यह हमारी समस्या है। सुरक्षा परिषद से हमें बहुत अधिक उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
गृहमंत्री पी. चिदंबरम के बाद लोकसभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता आडवाणी ने कहा कि दुनिया कहती है कि दक्षिण एशिया आतंकवाद के निशाने पर है। हमें खुलकर कहना चाहिए कि पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है। हम सुरक्षा परिषद में गए परंतु हमने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया। इसका कारण मैं नहीं जानता।
आडवाणी ने मुंबई हमले को आतंकवादी युद्ध की संज्ञा देते हुए इसे सीमा पार आतंकवाद का नतीजा बताया। उन्होंने पकिस्तान में आतंकवादी संगठनों के दमन की कार्रवाई को केवल दिखावा बताते हुए कहा कि हमें उसके भुलावे में नहीं आना चाहिए।
देश में आतंकवाद के लिए पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई को जिम्मेदार ठहराते हुए आडवाणी ने कहा कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए सरकार द्वारा लिए गए कड़े फैसलों को विपक्ष अपना पूरा समर्थन देगा।
उन्होंने कहा,"पाक राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले के लिए पाकिस्तान के 'नान स्टेट एक्टर्स' को जिम्मेदार ठहराया है। आईएसआई खुद एक नान स्टेट एक्टर है क्योंकि वह लोकतांत्रिक सरकार के अधीन न होकर केवल सेना के प्रति जवाबदेह है।"
आडवाणी ने कहा कि 26 नवंबर को मुंबई पर हमला आर्थिक विकास और कई धर्मो के शांतिपूर्ण सहअस्तित्व पर हमला था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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