विश्व बैंक ने चेताया- यह है महामंदी
आखिरकार विश्व बैंक ने मंगलवार को यह चेतावनी जारी कर दी कि दुनिया को सन 1930 के दशक की महामंदी ( द ग्रेट डिप्रेशन) के बाद शायद इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी मंदी का सामना करना पड़ सकता है।
बैंक ने पिछले दिनों आई मंदी का विश्लेषण करते हुए कहा है कि वैश्विक व्यापार सन 1982 के बाद पहली बार तेजी से सिकुड़ रहा है। सन 2009 तक विश्वव्यापी निवेश में 50 फीसदी की कमी आएगी।
आर्थिक विश्लेषकों का अनुमान है कि वित्तीय संकट के चलते दुनिया भर में निवेश में भारी कमी आई है और कमोडिटीज की कीमत कम होने से गरीब देशों के निर्यात पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री जस्टिन लिन ने कहा: वित्तीय संकट हमें सन 1930 के बाद की सबसे बुरी मंदी की ओर ले जा रहा है।
बैंक ने कहा कि मौजूदा आर्थिक मंदी अपने विस्तार और अवधि दोनों ही लिहाज से दुनिया भर में पैर पसार चुकी है।