मुंबई हमले के लिए जमात-उद-दावानिशाने पर (लीड-1)
जहां एक तरफ भारत इस समूह को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग कर रहा है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान जांच प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद ही इस तरह का कोई कदम उठाने की बात कह रहा है।
भारत ने दावा किया है कि जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा का मातृ संगठन है। लश्कर-ए-तैयबा को संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2002 में आतंकवादी संगठन घोषित किया था।
लश्कर को मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। मुंबई हमले में 179 बेगुनाह मारे गए थे।
भारत ने जमात-उद-दावा को आतंकवादी संगठन घोषित करने की मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र से मांग की।
विदेश राज्य मंत्री ई. अहमद ने 15 उदस्यीय परिषद को बताया, "जमात-उद-दावा व इस तरह के अन्य संगठनों का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहिष्कार करने तथा उन पर सख्त प्रतिबंध लगाने की जरूरत है।"
भारत की मांग व अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के दबाव के आगे झुकते हुए संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल्ला हुसैन हारून ने सुरक्षा परिषद को बताया कि उनका देश जमात-उद-दावा को प्रतिबंधित करेगा।
हारून ने कहा, "पाकिस्तान सरकार मुंबई हमले में कथित रूप से लिप्त संगठनों व व्यक्तियों की पहले ही जांच शुरू कर चुका है।"
हारून ने कहा, "भारत सरकार द्वारा जमात-उद-दावा को 1267 के तहत आरोपित किए जाने के बाद, पाकिस्तान सरकार को जब यह निर्देश मिल जाएगा तो जमात-उद-दावा को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। इस संगठन के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ने पर उसकी संपत्तियां जब्त की जाएंगी।"
दूसरी ओर पाकिस्तानी सुरक्षा सलाहकार महमूद अली दुर्रानी ने बुधवार को कहा कि यदि जांच के बाद जमात-उद-दावा को आतंकवादी गतिविधियों में दोषी पाया गया, तभी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, न कि भारत के कहने पर।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।