मध्यप्रदेश में संगठन और सत्ता के तालमेल से मिली जीत : नायडू
विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने के बाद नायडू ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि सत्ता और संगठन के इस तालमेल ने आदर्श प्रस्तुत किया है। प्रत्याशियों के चयन में भी सभी ने एक-एक उम्मीदवार पर विचार-विमर्श किया। यही कारण था कि कई विधायकों के टिकट भी काटे गए। प्रत्याशी चयन में बरती गई सजगता का ही नतीजा रहा कि भाजपा ने फिर बहुमत हासिल किया।
नायडू ने कहा कि यह चुनाव स्थानीय परिस्थिति, मुद्दों, प्रतिनिधि, प्रदेशस्तरीय नेतृत्व और सरकार के कामकाज के आधार पर था। इन सभी में पार्टी और सरकार खरी उतरी। परिणामस्वरूप जनता का समर्थन भाजपा को मिला तथा फिर से सत्ता मिली।
उन्होंने कहा कि गुजरात के बाद मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ ऐसे राज्य हैं जहां भाजपा दोबारा सत्ता में लौटी है। पिछले चुनाव में भाजपा को कांग्रेस सरकार की प्रतिकूल कार्यप्रणाली के कारण नकारात्मक मत भी मिला था परंतु इस बार सरकार के सकारात्मक काम को जन समर्थन मिला है।
एक सवाल के जवाब में नायडू ने कहा कि भाजपा की सरकार अपने घोषणा पत्र पर अमल करेगी इसके लिए कार्यक्रम बनाएगी ताकि इस प्रदेश को स्वर्णिम राज्य में बदला जा सके। राज्य की तस्वीर बदलना एक दिन में संभव नहीं है। इसलिए एक समय चक्र बनाकर योजनाओं पर अमल किया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।