जमात-उद-दावा पर प्रतिबंध लगाएगा पाकिस्तान : हारून
ललित के.झा
संयुक्त राष्ट्र, 10 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारत की मांग और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के दबाव के समक्ष झुकते हुए पाकिस्तान ने कहा है कि वह लश्कर-ए-तैयबा के संगठन जमात-उद-दावा पर प्रतिबंध लगाएगा और मुंबई हमलों में संलिप्तता के लिए उसके सरगनाओं के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
पाकिस्तानी राजदूत अब्दुल्ला हुसैन हारून ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकवाद पर विशेष बहस के दौरान एक बयान में कहा कि संगठन के खिलाफ कार्रवाइयों के तहत उसकी संपत्तियां भी जब्त की जाएंगी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सरकार मुंबई हमलों में अपने नागरिकों और संगठनों की संलिप्तता संबंधी आरोपों की जांच पहले से ही शुरू कर चुकी है।
पाकिस्तानी राजदूत ने कहा कि इस सिलसिले में सरकार की कारगर निगरानी के लिए योजना तैयार की जा रही है।
विदेश राज्य मंत्री ई. अहमद ने मंगलवार को मांग की थी कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद मुंबई आतंकवादी हमलों में भूमिका के कारण जमात-उद-दावा पर प्रतिबंध लगाए। भारत ने इस बारे में शुक्रवार को सुरक्षा परिषद को पत्र भी लिखा था।
अहमद ने 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद से कहा था, "जमात-उद-दावा और उसके जैसे अन्य संगठनों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कारगर प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए।
कूटनीतिक सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सुरक्षा परिषद इस गुट को आतंकवादी संगठन घोषित करने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर चुकी है। ऐसा सप्ताह के अंत तक किया जा सकता है। लश्कर ए तैयबा को वर्ष 2002 में आतंकवादी संगठन घोषित किया गया था।
हारून ने बताया कि पाकिस्तान मुंबई हमलों में कथित तौर पर संलिप्त लोगों के खिलाफ पहले से ही कार्रवाई शुरू कर चुका है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की धरती पर लश्कर ए तैयबा के प्रशिक्षण शिविरों को इजाजत नहीं दी जाएगी। हारून ने कहा कि इन उपायों से आतंकवादियों को अपनी धरती का इस्तेमाल नहीं करने देने के पाकिस्तान के दृढ़ निश्चय का पता चलता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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