विस परिणाम मध्यप्रदेश : कई दिग्गजों ने मारा मैदान तो कई रहे खेत
प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान ने खुद तो जीत दर्ज की ही है साथ में उनकी मंत्रिपरिषद के अधिकांश सदस्य मैदान मारने में सफल रहे हैं। जीतने वाले मंत्रियों में ग्वालियर पूर्व से अनूप मिश्रा, ग्वालियर दक्षिण से नारायण सिंह कुशवाहा, जबलपुर पश्चिम से हरेन्द्र जीत सिंह, विदिशा से राघवजी भाई, सिरोन्ज से लक्ष्मीकान्त शर्मा, देवास से तुकोजीराव पवार, हरसूद से विजय शाह, महू से कैलाश विजयवर्गीय, मल्हारगढ़ से जगदीश देवड़ा, रेहली से गोपाल भार्गव, दतिया से नरोत्तम मिश्रा, उज्जैन उत्तर से पारस जैन प्रमुख हैं। इन मंत्रियों के अलावा विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी, पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने भी जीत दर्ज की है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष विश्वास सारंग ने नरेला सीट पर कब्जा किया है।
भाजपा के कई अन्य प्रमुख नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है। इसमें मंत्री मुरैना से रूस्तम सिंह, छिन्दवाडा से चंन्द्रभान सिंह, सांची से गौरी शंकर शेजवार, रतलाम शहर से हिम्मत कोठारी प्रमुख हैं।
इस चुनाव में कांग्रेस ने तीन संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों को चुनाव मैदान में उतारा था वे सभी हार गए हैं। महिला कांग्रेस अध्यक्ष शोभा ओझा, युवक कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की अध्यक्ष रश्मि पवार को हार का सामना करना पड़ा। इसी तरह पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष यादव, वरिष्ठ नेता हजारी लाल रघुवंशी भी हारे हैं। कांग्रेस के दो पूर्व महापौर विभा पटेल व दीपचंद यादव और भोपाल के महापौर सुनील सूद को भी हार का सामना करना पड़ा है।
इस चुनाव में कांग्रेस के जीतने वाले प्रमुख नेताओं में चुरहट से अजय सिंह, कुक्षी से जमुना देवी, महेश्वर से डा़ विजय लक्ष्मी साधो, सोनकच्छ से सज्जन सिंह वर्मा, लहार से गोविन्द सिंह, भोपाल से आरिफ अकील, सांवेर से तुलसी सिलावट, इंदौर तीन से अश्विनी जोशी प्रमुख हैं।
इस विधानसभा चुनाव में हारने वालों में सबसे बड़ा नाम पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनशक्ति की नेता उमा भारती है, जिन्हें अपने ही गृहनगर टीकमगढ़ से हार का सामना करना पड़ा है। इसी तरह समाजवादी पार्टी के डा. सुनीलम मुलताई से चुनाव हार गए है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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