दिल्ली: शीला दीक्षित मुख्यमंत्री बनने की ओर
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के तीसरी बार दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने की ओर अग्रसर हो रही है। दीक्षित ने इस जीत के लिए जनता का आभार व्यक्त किया है।
कांग्रेस के प्रवक्ता वीरप्पा मोइली ने भी इस सफलता का पूरा श्रेय शीला दीक्षित को ही दिया।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार स्वीकार कर ली है। पार्टी पूर्व अध्यक्ष एम. वेंकैया नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली के चुनाव परिणाम हमारे लिए निराशाजनक हैं।
उन्होंने कहा, "हार, हार होती है और हम इसे स्वीकार करते हैं लेकिन मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में हम जीत की ओर बढ़ रहे हैं।"
उधर भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा है कि यह कांग्रेस की नहीं बल्कि दीक्षित की जीत है। इस पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार विजय कुमार मल्होत्रा के आवास पर सन्नाटा पसर गया है।
समाचार लिखे जाने तक कांग्रेस 42 सीटों पर और भाजपा 23 सीटों पर आगे चल रही है। दिल्ली में 70 सीटों वाली विधानसभा की 69 सीटों के लिए 29 नवंबर को मतदान हुआ था। भाजपा उम्मीदवार पूरन चंद योगी के निधन के कारण राजेन्द्र नगर सीट पर मतदान नहीं हुआ था।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि दिल्ली के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के करिश्माई व्यक्तित्व की बड़ी भूमिका रही है।
राजनीतिक विश्लेषक जी.वी.एल नरसिम्हा राव ने कहा कि कांग्रेस के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर भी नहीं चल सकी और भाजपा तो उसी दिन मुकाबले से बाहर हो गई थी जिस दिन उसने विजय कुमार मल्होत्रा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जीत में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के करिश्माई व्यक्तित्व की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है।