विस परिणाम : कांग्रेस के 3 और भाजपा के 2 राज्यों में जीत के आसार (लीड-3)
लोकसभा चुनावों का सेमीफाइनल माने जा रहे इन विधानसभा चुनावों के रुझान मिलने के बाद कांग्रेस और भाजपा के वरिष्ठ नेता हार-जीत के कारणों का विश्लेषण करने में जुट गए हैं।
राजस्थान में सत्ता की ओर बढ़ रही कांग्रेस के मुख्यालय में जहां उत्सव का माहौल हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अपनी हार के कारणों पर मंथन कर रहे हैं। राज्य की 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस 97 और भाजपा 71 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
मिजोरम में कांग्रेस 30 सीटों पर विजयी रही है जबकि सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) चार सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
मध्यप्रदेश में भाजपा जीत की राह पर है। 230 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा 120 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। भाजपा वर्ष 2003 से मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ है।
छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 45 और कांग्रेस 39 पर बढ़त बनाए हुए है।
उधर, दिल्ली विधानसभा चुनाव के रूझानों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना के बीच मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने जनता का आभार व्यक्त किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता वीरप्पा मोइली ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि अब कांग्रेस को कोई रोक नहीं सकता। दिल्ली में अच्छे प्रदर्शन का श्रेय उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को दिया।
राजनीतिक विश्लेषक जी.वी.एल. नरसिम्हाराव ने चेतावनी दी है कि राज्यों के नतीजे भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही अच्छे नहीं हैं।
राव ने आईएएनएस को बताया, "कांग्रेस निश्चित तौर पर उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर रही है लेकिन यह प्रदर्शन राष्ट्रीय चुनाव जीतने जैसा बेहतर नहीं है। भाजपा ने उम्मीद से खराब प्रदर्शन किया है और ऐसा नहीं लगता कि वह राष्ट्रीय स्तर पर सत्ता में आ पाएगी। कुल मिलाकर यह मिश्रित नतीजे हैं।"
उनका कहना है कि यदि भाजपा अरुण जेटली जैसे प्रभावशाली व्यक्तित्व को मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी बनाया होता उसे कामयाबी मिल सकती थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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