फ़र्जी मुखर्जी ने ज़रदारी को धमकाया
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार फोन करने वाले ने खुद को मुखर्जी बताते हुए चेतावनी दी, "यदि पाकिस्तान ने मुंबई हमलों के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं की तो उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई की जाएगी।"
समाचार पत्र 'डॉन' के मुताबिक इसके बाद राष्ट्रपति कार्यालय के बहुत से लोगों को यह यकीन हो गया, "भारत ने युद्ध का राग अलापना शुरू कर दिया है।" रिपोर्ट के मुताबिक इसके बाद इस्लामाबाद में गहन कूटनीतिक और सैन्य हलचल शुरू हो गई।
पाकिस्तान की वायुसेना को सर्वाधिक सचेत कर दिया गया और जेट विमानों ने गोला बारूद के साथ राजधानी पर गश्त लगानी शुरू कर दी। अमेरिका की विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को हालात की जानकारी दी गई।
28 नवंबर को आधी रात के समय राइस ने जब मुखर्जी से संपर्क किया तो उन्होंने जरदारी को ऐसा कोई फोन करने से इंकार किया। अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों की बदौलत अगले दिन हालात सामान्य हो सके।
फोन करने वाले की पहचान का पता लगाने के लिए जांच जारी है। पाकिस्तानी प्रशासन को संदेह है कि वह फोन नई दिल्ली के नंबर से आया था और संभवत: विदेश मंत्रालय से जुड़े किसी व्यक्ति ने यह फोन किया था।
भारत इस दावे को पूरी तरह खारिज करता है। मुंबई पर 26 नवंबर के आतंकवादी हमलों के बाद से दोनों पड़ोसी देशों में तनाव बढ़ गया है। इन हमलों में 172 से ज्यादा लोग मारे गए और करीब 250 घायल हो गए।
इस सप्ताह के आरंभ में राइस ने भारत और पाकिस्तान का दौरा किया था। राइस ने पाकिस्तान मुंबई हमलों की जांच में सहयोग करने तथा उनके जिम्मेदार लोगों को दंडित करने का अनुरोध किया। उन्होंने भारत से भी संयम बरतने को कहा।