बाबरी विध्वंस की 16 वीं बरसी पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर. के. एस. राठौर ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों के मद्देनजर अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी गई है और पुलिसकर्मियों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया है।
राठौर ने कहा कि विवादित स्थल की सुरक्षा और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। इससे पहले प्रदेश के पुलिस महानिदेशक विक्रम सिंह और गृह सचिव कुंवर फतेह बहादुर सिंह भी गत एक दिसंबर को अयोध्या आकर सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के निर्देश दे चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि छह दिसम्बर 1992 को बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के बाद देशभर में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे थे। इन दंगों में 2,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
हिंदू संगठनों की मान्यता है कि यह भगवान राम का जन्मस्थली है और यहां पहले मंदिर था जबकि मुस्लिम संगठनों का दावा है कि यहां शुरू से ही मस्जिद थी। मामला अभी न्यायालय के विचाराधीन है।
मुस्लिम समुदाय के एक स्थानीय नेता ने छह दिसम्बर को मुसलमानों के लिए दुखद दिन करार दिया। दूसरी ओर हिंदुत्ववादी संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रांतीय संगठन मंत्री महावीर ने कहा कि विहिप उस दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाते हुए हिंदू सम्मेलन और संत सम्मेलन आयोजित कर रहा है।
पिछले पांच-छह वर्षो से देखा जा रहा है कि छह दिसम्बर को दोनों ओर से आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में आम लोगों की भागीदारी न के बराबर होती है। इस वर्ष यहां माहौल शांत है और रमजान व ईद के दौरान यहां हिंदू और मुस्लिम समुदाय ने सांप्रदायिक सौहार्द के लिए रैलियां भी निकाली थीं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*