लूट के खिलाफ सोमाली जल क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं सुरक्षा परिषद के सदस्य देश
संयुक्त राष्ट्र, 3 दिसम्बर (आईएएनएस)। समुद्री लुटेरों से लड़ने के लिए सोमाली जल क्षेत्रों में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के प्रवेश की इजाजत के लिए सुरक्षा परिषद ने एक प्रस्ताव पारित किया है।
अमेरिका की तरफ से आए इस प्रस्ताव को सुरक्षा परिषद में मंगलवार को पारित किया गया। यह प्रस्ताव अगले 12 महीनों तक वैध रहेगा।
प्रस्ताव में भारत, कनाडा, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन व अमेरिका जैसे देशों द्वारा सोमाली तट पर लूट के खिलाफ उठाए गए कदमों का स्वागत किया गया है।
सुरक्षा परिषद के इस प्रस्ताव से सोमाली लुटेरों से लड़ रहे भारत जैसे देशों को बड़ी मदद मिलने की उम्मीद है। अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक जल पोत अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्रों में चौकसी के लिए स्वतंत्र हैं।
भारतीय पोत तथा अन्य देशों के पोत अभी तक सोमाली जल क्षेत्रों में प्रवेश नहीं कर पाते थे। इस परिस्थिति का सोमाली लुटेरों ने भरपूर लाभ उठाया।
अमेरिकी राजदूत व विशेष राजनीतिक मामलों के वैकल्पिक प्रतिनिधि रोजमेरी डीकार्लो ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में यहां संवाददाताओं को बताया, "सोमाली क्षेत्र में लूट की घटनाओं से निपटने के लिए एक व्यापक बंदोबस्त खड़ा करने की दिशा में यह प्रस्ताव एक शुरुआत है।''
प्रस्ताव में समुद्री लूट के खिलाफ जल्द शुरू किए जाने वाले यूरोपीय संघ के मिशन का भी समर्थन किया गया है।
इस प्रस्ताव में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) द्वारा यूरोपीय संघ के मिशन के क्रियान्वित होने तक विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के पोतों की रखवाली करने के कदम का भी स्वागत किया गया है।
सोमालिया व अंतर्राष्ट्रीय नौपरिवहन को अंतर्राष्ट्रीय मानवीय मदद की व्यवस्थित, सुरक्षित व प्रभावी आपूर्ति पर लूट की इन घटनाओं द्वारा उत्पन्न खतरे पर भी परिषद के 15 सदस्यों ने चिंता व्यक्त की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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