शहीद पर केरल सीएम का शर्मनाक बयान
केरल के मुख्यमंत्री ने मेजर संदीप के पिता पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'अगर यह घर मेजर संदीप का न हेाता तो इस ओर एक कुत्ता भी नहीं आया होता।' अच्युतानंदन ने शहीद मेजर के घरवालों को ऐसा जवाब देकर तमाम सवाल खड़े कर दिये हैं।
मुख्यमंत्री सोमवार को संदीप के घर अपनी संवेदना देने बेंगलुरू पहुंचे थे, मगर वहां मृतक के दुखी और गुस्साए पिता के मिलने से इनकार करने पर अच्युतानंदन ने यह बात कहकर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है।
सीपीएम नेता अच्युतानंदन को संदीप के घर से लौटा दिया गया था। संदीप केरल मूल के थे। रविवार को संदीप के पिता के उन्नीकृष्णन ने केरल मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया था कि वह ऐसे समय पर संवेदना जाहिर न करके, उसके बेटे की शहादत की उपेक्षा कर रहे हैं।
उन्नीकृष्णन के घर के अंदर प्रवेश न मिलने पर अच्युतानंदन ने कहा कि अगर यह संदीप का घर नहीं होता तो एक कुत्ता भी उस ओर न गया होता। वह संदीप का परिवार है इसीलिए वो वहां गए।
अच्युतानंदन ने कहा कि एक सिपाही के परिवार को इस बात की समझ होनी चाहिए। उनके इस बयान से राजनीतिक हलचल मच गई है। एक नया विवाद खड़ा हो गया। विवाद गहराने के बावजूद अच्युतानंदन ने कहा है कि वो इस मुद्दे पर माफी नहीं मांगेंगे।
मकपा ने खेत जताया
इस मामले पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने खेद जताया है। माकपा महासचिव प्रकाश करात ने कहा है कि अच्युतानंदन द्वारा दिया गया बयान खेदजनक हैं।
मुंबई हमले में मारे गए संदीप उन्नीकृष्णन के घर जाने का उनका और कुछ भी इरादा नहीं था। वह सिर्फ उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देना चाहते थे और दुखी परिवार को सांत्वना देना चाहते थे।
माकपा की केरल इकाई के सचिव व पार्टी में अच्युतानंदन के धुर विरोधी पिनराई विजयन ने मुख्यमंत्री की परोक्ष रूप से आलोचना करते हुए कहा था संदीप के पिता का रोष स्वाभाविक व भावनात्मक था। उसे अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए।