आतंक के दानव ने क्रिकेट के रोमांच को निगला (राउंडअप)
नई दिल्ली/मुंबई/ भुवनेश्वर, 27 नवंबर (आईएएनएस)। बुधवार को आतंक ने क्रिकेट के रोमांच को हरा दिया। मुंबई में हुए हमले ने एक साथ कई घटनाओं को जन्म दिया, जिनका क्रिकेट जगत पर दीर्घकालीन प्रभाव पड़ेगा।
हमले के कारण चैंपियंस लीग ट्वेंटी-20 प्रतियोगिता टाल दी गई, इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने भारत दौरा बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौटने का फैसला किया और इसी के साथ भारतीय उपमहाद्वीप में होने वाले तमाम खेल आयोजनों पर एक तरह का ग्रहण लग गया।
इंग्लैंड की टीम ने तो हमले के 24 घंटे के भीतर ही स्वदेश लौटने का फैसला किया। टीम प्रबंधन ने गुरुवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ आपातकालीन बैठक के बाद इसकी घोषणा की।
काफी वक्त तक इंग्लिश टीम प्रबंधन को दौरा रद्द न करने के लिए मनाने के बाद आखिरकार बीसीसीआई ने भी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि कर दी। इसी के साथ इस अधूरी श्रंखला पर भारत ने 5-0 से कब्जा कर लिया।
बीसीसीआई के सचिव एन. श्रीनिवासन ने पत्रकारों को बताया, "हमने गुवाहाटी और नई दिल्ली में खेले जाने वाले एकदिवसीय मैचों को रद्द करने का इंग्लैंड टीम प्रबंधन का अनुरोध स्वीकार कर लिया है।"
जाहिर तौर पर इंग्लैंड के खिलाड़ी इस घटना से काफी घबराए हुए थे। यही कारण है कि प्रबंधन ने यह फैसला लेने में जल्दबाजी दिखाई।
अब देखना यह है कि इंग्लिश टीम टेस्ट श्रंखला के लिए मुंबई लौटती है या नहीं। आशा तो बहुत कम है। हो सकता है कि आयोजन स्थल बदलने के बाद वह अपना फैसला बदले, लेकिन फिलहाल उससे इस तरह की आशा करना बेमानी होगी।
बीसीसीआई को सबसे बड़ा झटका चैंपियंस ट्राफी के टाले जाने से लगा। यह पहला मौका है जब आतंकी हमले के कारण भारत में कोई अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता टाली गई है।
चैंपियंस लीग आयोजन समिति ने काफी सोचने-समझने के बाद यह फैसला किया। समिति के अध्यक्ष ललित मोदी ने कहा, "मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद हमने इस प्रतियोगिता से जुड़े सभी पक्षों और पहलुओं पर बातचीत की और इसे फिलहाल टालने का फैसला किया।"
चैंपियंस लीग का आयोजन 3 दिसंबर से मुंबई सहित तीन शहरों में होना था। अहम बात यह है कि आतंकवादियों का निशाना बने ताज और ट्राइडेंट होटलों में ही अधिकांश खिलाड़ियों और अधिकारियों को ठहरना था।
आयोजन समिति की बैठक में प्रतियोगिता के दो अन्य आयोजन स्थलों-चेन्नई और बेंगलुरू में आए चक्रवाती तूफान की स्थिति पर भी चर्चा हुई। देश के दक्षिणी हिस्से में एक हफ्ते से हो रही बारिश के कारण फिलहाल किसी तरह का आयोजन संभव नहीं दिख रहा है।
प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान की टीमों को इस सप्ताहांत भारत पहुंचना था।
चैंपियंस लीग टाले जाने के पीछे एक प्रमुख कारण यह भी था कि इंग्लैंड की मिडिलसेक्स और आस्ट्रेलिया की वेस्टर्न आस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन (वाका) तथा विक्टोरिया टीमों का भारत दौरे पर आना संदिग्ध हो गया था।
मिडिलसेक्स टीम को तो गुरुवार को ही भारत के लिए उड़ान भरनी थी लेकिन उसके टीम प्रबंधन ने ऐन वक्त पर उड़ान रद्द कर दी। टीम के कप्तान शॉन उडाल ने इस संबंध में कहा कि फिलहाल उनका भारत जाना 24 घंटों के लिए टाल दिया गया है।
दूसरी ओर, चैंपियंस लीग में हिस्सा लेने वाली राजस्थान रॉयल्स टीम के कप्तान और आस्ट्रेलिया के पूर्व लेग स्पिनर शेन वार्न मुंबई के लिए रवाना हो चुके थे लेकिन उन्होंने अंतिम समय पर उन्होंने सिंगापुर में ही रुकने का फैसला किया।
वार्न को चांगी हवाई अड्डे से मुंबई की संपर्क उड़ान पकड़नी थी लेकिन उन्होंने वहीं रहने का फैसला किया। अहम बात यह है कि वार्न को ताज होटल में ही ठहरना था।
वार्न ने कहा, "मैं हतप्रभ हूं। हम जैसे ही सिंगापुर हवाई अड्डे पर उतरे, हमने टीवी पर मुंबई पर आतंकी हमलों की खबरें देखीं। मैंने उसी समय अपनी यात्रा निरस्त करने का फैसला किया। ज्यादा पैसा कमाने का लालच अच्छा नहीं। जान है तो जहान है।"
इत्तेफाक देखिए कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के खिलाड़ी सोहेल तनवीर और कामरान अकमल बुधवार को उस समय मुंबई में ही थे, जिस वक्त आतंकवादियों ने इस शहर को निशाना बनाया।
पाकिस्तान के ये दोनों खिलाड़ी चैंपियंस लीग में हिस्सा लेने के लिए यहां पहुंच चुके थे। दोनों खिलाड़ी राजस्थान रायल्स टीम के सदस्य हैं। घटना के वक्त दोनों अपने दोस्तों के साथ भोजन कर रहे थे।
तनवीर ने कहा, "मैं तो आशा कर रहा था कि मुंबई में शांति का माहौल स्थापित हो चुका है लेकिन बुधवार की घटना ने मुझे स्तब्ध कर दिया है।"
कामरान ने कहा कि मुंबई की इस घटना ने साबित कर दिया है कि आतंकवाद अब किसी एक देश की समस्या नहीं है बल्कि यह वैश्विक रूप धारण कर चुका है।
पाकिस्तानी विकेटकीपर ने साथ ही यह भी कहा कि उन्हें आशा है कि भारतीय टीम सुरक्षा संबंधी चिंताओं को दरकिनार करते हुए अगले वर्ष पाकिस्तान दौरा करेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*