विस चुनाव : ऊहापोह में हैं दिल्ली के मतदाता (पहले और अंतिम पैरा में संशोधन के साथ)
नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। करीब 1.़6 करोड़ की आबादी वाली राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी अंतिम दौर में है, पर मतदाताओं की मानसिक कसरत अभी भी जारी है। अपना कीमती वोट किसे दिया जाए, इसे लेकर वे ऊहापोह में हैं।
इस चुनावी नैया को पार लगाने के लिए राजनीति दलों ने कई मुद्दे उछाले हैं, पर विकास, मंहगाई और आतंकवाद जैसे तीन बेहद अहम मसलों को भुनाने की कोशिश सबसे ज्यादा हुई। इसके बावजूद जनता को अपनी पसंद को लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। यही वजह है कि चुनाव विश्लेषकों और राजनीतिक पंडितों को सटीक कयासबाजी में घोर माथापच्ची करनी पड़ रही है।
राजनीतिक विश्लेषक जी़ वी़ एल नरसिंहराव कहते हैं, "भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों दलों के नेता जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन चुनावी गणित की चाबी तो जनता के पास है। उसने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। लोग अपनी पसंद तय नहीं कर पा रहे हैं।"
इस चुनाव में 1.07 करोड़ मतदाताओं को उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने का अधिकार है। होली फेमिली हास्पिटल के बाहर चाय बेचने वाले 28 वर्षीय राजन का कहना है, "किस पर भरोसा किया जाए, समझ में नहीं आता। हर पार्टी का नेता सिर्फ वादा करता है।" 30 वर्षीय पत्रकार मोहम्मद तारिक कहते हैं, "भाजपा और कांग्रेस दोनों दल सपने दिखा रहे हैं। सपने पूरे कौन करेगा, यही असली प्रश्न है। हम अपनी पसंद तय नहीं कर पा रहे हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।