एमबीए छात्रों ने किया अपहरण
यहां मैनेजमेंट के दो छात्रों ने मिलकर एक बच्चे का अपहरण कर लिया और भारी भरकम फिरौती मांगी। एमबीए के छात्रों ने ये सब केवल इस लिए किया क्योंकि उन्होंने मंदी के कारण शेयर बाजार और रियल इस्टेट व्यवसाय में 80 लाख रुपए गवां दिये।
छात्रों द्वारा अपने साथियों की मदद से अपहरण के इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्चे को मुक्त करा लिया गया है। गुड़गांव के पॉश इलाके डीएलएफ व सुशांत विहार में रहने वाले एमबीए छात्र रोहित चोपड़ा (24) और पीयूष जैन(24) दोनों ही शेयर बाजार में हुए घाटे के कारण कई दिनों से परेशान चल रहे थे। उधर इनके दोस्त भरत झंब (21) का किसी संपत्ति को लेकर अपने रिश्तेदार वर्मा परिवार से विवाद चल रहा था।
अपनी रंजिश निकालने के मकसद से झंब रोहित और पीयूष को वर्मा परिवार के बच्चे का अपहरण कर उन्हें शेयर बाजार में घाटे की भरपायी करने का लालच दिया। फिर क्या था पीयूष और रोहित ने पूरी योजना के साथ वर्मा परिवार के 15 वर्षीय अर्जुन का 20 नवंबर को अपहरण कर लिया।
इसमें इन दोनों के साथ दिलीप राठौड़ (24), प्रवीण कश्यप (27) और रमेश (30) भी शामिल हुए। फिरौती की रकम में इन तीनों का भी हिस्सा तय हुआ था। अर्जुन के पिता का निधन हो चुका है। इसलिए अपहरणकर्ता लगातार उसकी मां से संपर्क बनाये रहे और 80 लाख रुपए की मांग कर बैठे। फिरौती मांगते समय अपहर्ताओं ने यह बात कही कि उन्हें शेयर व्यवसाय में भारी नुकसान हुआ है, जिस कारण उन्होंने यह कदम उठाया है।
मामला जब पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने इसे गोपनीय रखते हुए तफतीश शुरू कर दी। अर्जुन के दोस्त से मिले सुराग के आधार पर गुड़गांव स्थित एक गोदाम से रविवार को अर्जुन को मुक्त करा लिया।
गुड़गांव पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक तफतीश में मोबाइल फोन को लगातार ट्रेस करना सबसे ज्यादा कारगर रहा। मोबाइल फोन ट्रेस करने पर अपहर्ताओं की लोकेशन गुड़गांव सैक्टर 17 में मिल रही थी।
फोन पर बातचीत के दौरान संस्कृत के श्लोक भी सुनाई पड़े, जिसके बाद पुलिस ने मंदिरों और स्कूलों के आस-पास निगरानी रखनी शुरू कर दी। अंत में पुलिस ने ज्ञान देवी पब्लिक स्कूल के पास खाली पड़े एक गोदाम से अर्जुन को बरामद किया और अपहर्ताओं को धर दबोचा।