दिल्‍ली चुनाव: ऑटो चालक भी मैदान में
दिल्ली चुनाव में अगर एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी जैसे दल अपने उम्मीदवारों पर लाखों खर्च कर रहे हैं, वहीं इन उम्मीदवारों को ऐसे लोग भी टक्कर दे रहे हैं, जो अबतक साधारण व्यक्ति के रूप में रह रहे थे।
सबसे पहले बात करेंगे सुनीता चौधरी की जो पेशे से ऑटो चालक हैं और इस बार विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार भी। सुनीता आम लोगों से जुड़ी समस्याओं को गहराई से समझती हैं। रोजाना अपने ऑटो से प्रचार करने वाली सुनीता का मानना है कि वो लोगों को समस्याओं से निजाद दिला सकेंगी। सुनीता का कहना है कि वो जीत गईं, तो भी रिक्शा चलाना नहीं छोड़ेंगी।
सुनीता के अलावा इस बार नीलम सक्सेना भी मैदान में हैं। नीलम पेशे से एक फैशन डिजाइनर हैं। उन्होंने बताया कि जब दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने उनका स्टोर सील कर दिया तभी उन्होंने तय किया कि वो अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगी।
लगभग
33
वर्षो
तक
पुलिस
सेवा
में
रहे
पुलिस
अधिकारी
आमोद
कंठ
जो
संगम
विहार
से
कांग्रेस
के
टिकट
पर
चुनाव
लड़
रहे
हैं।
संगम
विहार
में
सड़क,
पानी,
सीवेज,
शिक्षा
और
स्वास्थ्य
सुविधाओं
का
बहुत
अभाव
है।
आमोद
कंठ
ऐसी
ही
समस्याओं
को
दूर
करना
चाहते
हैं।