तिब्बत की स्वायत्तता के मुद्दे पर गतिरोध से ब्रिटेन भी हताश
लंदन, 25 नवंबर (आईएएनएस)। स्वायत्तता के मुद्दे पर चीन के साथ तिब्बत की निर्वासित सरकार की वार्ता में कोई प्रगति नहीं होने से ब्रिटेन भी हताश है।
लंदन, 25 नवंबर (आईएएनएस)। स्वायत्तता के मुद्दे पर चीन के साथ तिब्बत की निर्वासित सरकार की वार्ता में कोई प्रगति नहीं होने से ब्रिटेन भी हताश है।
सोमवार को ब्रिटिश विदेश राज्यमंत्री बिल रामेल ने कहा कि चीन के साथ वार्ता में कोई विशेष प्रगति नहीं होने पर तिब्बत के निर्वासित नेताओं की हताशा से ब्रिटेन भी सहमत है। उन्होंने कहा कि चीन के संविधान के अंतर्गत स्वायत्त तिब्बत का निमार्ण अवश्य होना चाहिए।
रामेल ने कहा कि दोनों पक्षों को बिना देरी के चीनी संविधान के तहत तिब्बत की स्वायत्तता के लिए वार्ता आरंभ करनी चाहिए।
गौरतलब है कि इससे पहले ब्रिटेन ने तिब्बत पर चीन की संप्रभुता स्वीकार की थी।
विदेशमंत्री डेविड मिलिबैंड ने 29 अक्टूबर को एक संसदीय बयान में चीन और तिब्बत के नेताओं के बीच वार्ता का समर्थन करने के साथ ही स्वायत्तता को ही समझौते का आधार बनाने की दलाई लामा की मांग का भी समर्थन किया था।
मिलिबैंड ने 20 वीं सदी के आरंभ में हुए एक ऐतिहासिक समझौते का भी उल्लेख किया जिसमें तिब्बत में चीन की विशेष स्थिति को स्वीकार किया गया था। लेकिन उन्होंने जोर दिया कि तिब्बत कभी भी पूरी तरह चीन का अंग नहीं था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।