वाहन उद्योग के संकटग्रस्त होने से भट्टी उद्योग भी कठिनाई में
चेन्नई, 25 नवंबर (आईएएनएस)। देश-विदेश में वाहन उद्योग में आई मंदी के कारण उनका उत्पादन घटकर 15 से 50 फीसदी रह गया है जिसका भट्टी उद्योग पर बुरा असर पड़ा है और उनके बंद होने का खतरा मंडराने लगा है। यह जानकारी उद्योग से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
एसोसिएशन ऑफ इंडियन फोर्जिग इंडस्ट्री (एआईएफआई) के अध्यक्ष विद्याशंकर कृष्णन ने आईएएनएस से कहा, "महाराष्ट्र के अहमदनगर में अब तक 15 भट्टियां बंद हो चुकी हैं।" उन्होंने कहा कि अगर यही स्थिति बनी रही तो आने वाले समय में और कठिनाई पैदा हो सकती है।
देश में भट्टी उद्योग में करीब 1,200 इकाइयां काम कर रही हैं। सालाना 15 लाख टन उत्पादन क्षमता वाली इन इकाइयों में तकरीबन 2,00,000 लोगों को रोजगार मिला हुआ है।
उल्लेखनीय है कि कुल उत्पादन का लगभग 70 फीसदी हिस्सा वाहन उद्योग में इस्तेमाल किया जाता है जबकि शेष बिजली उद्योग, खनन उद्योग और इंजीनियरिंग आदि क्षेत्रों में इस्तेमाल होता है।
कृष्णन ने बताया कि उत्पादन का 20 फीसदी हिस्सा निर्यात किया जाता है जिसे मुख्यत: वाहन उद्योग से जुड़ी कंपनियों को बेचा जाता है।
इंडो-एशियान न्यूज सर्विस।