राष्ट्रीयकरण के कारण ही संकट के दौर में भी मजबूत हैं देश के बैंक : सोनिया गांधी (लीड-1)
नई दिल्ली, 21 नवंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को कहा कि जिन देशों ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण के तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के फैसले की आलोचना की थी आज वही देश वैश्विक वित्तीय संकट से निपटने के लिए अपने देशों में बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर रहे हैं।
राजधानी में आयोजित हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशीप समिट में शुक्रवार को विचार व्यक्त करते हुए सोनिया ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के बैंकों के राष्ट्रीयकरण संबंधी फैसले की खूब आलोचना हुई थी लेकिन उनके इसी कदम ने भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता दी।
सोनिया ने वैश्विक वित्तीय संकट के बारे में कहा कि इससे भविष्य में नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक सुधारों को नियंत्रित किए जाने की आवश्यकता नहीं है।
सोनिया ने कहा, "हम खुली किंतु नियमित अर्थव्यवस्था में यकीन करते हैं।" उन्होंने कहा कि वित्तीय संकट से सबसे कमजोर तबके के लोग प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि आर्थिक संकट पर नियंत्रण पा लिया गया है।
इससे पूर्व सम्मेलन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि वैश्विक आर्थिक संकट से निपटने के लिए देश पूरी तरह तैयार है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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