आर्थिक संकट से निपटेंगे, सुनिश्चित की जाएगी 8 फीसदी की विकास दर : मनमोहन (राउंडअप)
नई दिल्ली, 21 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को आठ फीसदी की आर्थिक विकास दर सुनिश्चित करने और देश में विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देने में कोई कसर उठा न रखने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि देश वैश्विक वित्तीय संकट से अछूता तो नहीं रह सकता लेकिन हम उससे पार पाने में सक्षम हैं।
प्रधानमंत्री ने दो दिवसीय 'हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट' में बोलते हुए दुनिया को यह संदेश भी दिया कि भारत जैसे उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले देश मौजूदा वैश्विक संकट को निपटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विकासशील देश अमीर देशों द्वारा किए गए अपव्यय का भुगतान नहीं करेंगे।
सिंह ने कहा कि वैश्विक संकट के इस दौर में भी हम आठ फीसदी की विकास दर सुनिश्चित करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि विकास और उद्यमों के अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए राजकोषीय योजना, मौद्रिक नीति, विनिमय दर तथा निवेश सभी तरह के उपाय आजमाए जाएंगे।
हाल ही में 20 उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के समूह जी 20 की वाशिंगटन में हुई शिखर बैठक के बारे में सिंह ने कहा कि उन्होंने वहां समस्या के हल के लिए विकासशील देशों की भूमिका के बारे में अपनी बात कही।
उन्होंने कहा कि हम मौजूदा संकट से कैसे निपटते हैं यही देश का भविष्य तय करेगा। सिंह ने यह भी कहा कि अगर कोई देश यह सोचता है कि वह अकेले इस संकट से निपट लेगा तो ऐसा संभव नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "देश के लोगों के कारण मेरे सपने मेरे जीवनकाल में ही पूरे हो सके। मैं आज आपके सामने खड़ा हूं क्योंकि ज्ञान ने मुझे सशक्त बनाया है।"
उन्होंने कहा कि वे एक साधारण परिवार में पैदा हुए लेकिन उनके अंदर सीखने की जबरदस्त इच्छाशक्ति थी जिसने उन्हें यहां तक पहुंचाया।
सिंह ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी महत्वाकांक्षा यह है कि आने वाले समय में देश पूरी तरह शिक्षित हो। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में देश मुक्त और ज्ञान समृद्ध लोगों से परिपूर्ण होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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