भारत को वैश्वक मंदी से बचने का भरोसा
उन्होंने कहा कि वित्तीय क्षेत्र के नियमन संबंधी नियमों के लिए भले ही भारत की आलोचना की जाती हो लेकिन ये इसकी अर्थव्यवस्था को मौजूदा वित्तीय संकट से बचाएंगे।
मुखर्जी
ने
गत
रात
यहां
एक
समारोह
में
कहा
कि
भारतीय
अर्थव्यवस्था
मुख्यतः
घरेलू
कारकों
से
चालित
है।
विकास
के
प्रमुख
कारकों
में
घरेलू
खपत
एवं
निवेश
हैं
जो
मजबूत
बने
रहेंगे।उन्होंने
कहा
कि
घरेलू
बचत
एवं
पूंजी
फोरमेशन
जीडीपी
का
34
36
प्रतिशत
बना
रहेगा।
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