पटना के जैविक उद्यान में जूनागढ़ से शेर लाने का प्रयास
पटना, 20 नवंबर (आईएएनएस)। पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान गैंडे के लिए विशेष रूप से जाना जाता है लेकिन उद्यान आने वाले पर्यटकों को शेर दिखाई नहीं पड़ते हैं। ऐसे में यहां जूनागढ़ चिड़ियाघर प्रबंधक से गैंडे के बदले शेर की मांग की है।
संजय जैविक उद्यान के निदेशक राकेश कुमार ने गुरुवार को आईएएनएस को बताया, "उद्यान में विभिन्न प्रकार के जीवों के साथ दो शेरनी और 11 गैंडे हैं। यहां एशिया में पाए जाने वाले शेर व शेरनी की जरूरत है। इसलिए गुजरात के जूनागढ़ चिड़ियाघर प्रबंधक को पत्र लिखकर एक नर व एक मादा गैंडे के बदले एक शेर व शेरनी भेजने की मांग की है।"
गैंडे के मामले में पटना का यह उद्यान कैलिफोर्निया के सैन डिएगो पार्क के बाद दूसरे स्थान पर है। कुमार ने बताया कि यहां पहली बार वर्ष 1979 में असम से एक नर और मादा गैंडे लाए गए थे लेकिन उनकी संख्या में तेजी से इजाफा हुआ।
कुमार ने कहा कि एशिया में पाए जाने वाले शेर और शेरनी के उद्यान में आ जाने से दर्शकों की संख्या बढ़ सकती है। वर्ष 2004-05 में भी यहां एक नर व मादा गैंडे के बदले जूनागढ़ चिड़ियाघर से तीन जिराफ लाए गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।