सोनिया की मदद से पाकिस्तानी लड़के को नसीब हुई नई जिंदगी
नई दिल्ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान का 14 वर्षीय मोबीन अहमद शुक्रवार को भारत से नई जिंदगी की सौगात लेकर अपने मुल्क लौट जाएगा। वह सबसे ज्यादा शुक्रगुजार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का होगा जिनकी मदद से उसे नई जिंदगी नसीब हुई।
मोबीन लीवर सिरोसिस नाम की एक गंभीर बीमारी से पीड़ित था। पाकिस्तान में प्रत्यारोपण की सुविधा मौजूद नहीं है और उसके पिता इफ्तखार अहमद विदेश में मोटी रकम खर्च करने की हैसियत में नहीं थे। यही वजह है कि मोबीन अपने पिता और बड़े भाई बिस्मिल के साथ भारत आया।
दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज कराने के मकसद से उन्होंने सोनिया गांधी के दफ्तर में गुहार लगाई। इन लोगों को वहां से माकूल जवाब भी मिला।
सोनिया के कार्यालय में शिकायत निवारण प्रकोष्ठ की अध्यक्ष अर्चना डालमिया ने आईएएनएस को बताया, "मोबीन के पिता रसोइया का काम करते हैं। अखबारों में विज्ञापन देकर उसके इलाज के लिए राशि एकत्र की गई। खुद सोनिया ने अस्पताल से रियायत बरतने का अनुरोध किया था।"
सोनिया के आग्रह पर ही अस्पताल ने मोबीन के इलाज में आने वाले खर्च 15 लाख रुपये को कम करके छह लाख रुपये कर दिया।
मोबीन के भाई बिस्मिल ने उसे अपने जिगर का 40 प्रतिशत हिस्सा दिया और 21 अक्टूबर को उसका सफल आपरेशन किया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।