विस चुनाव : मध्यप्रदेश में अब चुटीले जुमलों से हो रहा है हमला
भोपाल, 20 नवंबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का प्रचार इन दिनों चरम पर है। किसी भी कीमत पर जीत हासिल करने को लालायित उम्मीदवार 'मुहब्बत और जंग में सब जायज है' को अपना ध्येय वाक्य मानकर चल रहे हैं। यही वजह है कि अब उम्मीदवार और उनके समर्थक एक दूसरे पर चुटीले जुमलों से हमले करने लगे हैं।
प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, भारतीय जनशक्ति (भाजश), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवारों ने अपने आप को चुनावी समर में पूरी तरह झोंक दिया है। चुनाव आयोग की सख्ती के चलते उम्मीदवार प्रचार में पानी की तरह पैसा तो नहीं बहा पा रहे हैं मगर उन्होंने विरोधियों पर हमले के नए-नए तरीके खोज लिए हैं।
दिल्ली से भोपाल तक पार्टियों के नेता भले ही चुनाव को राष्ट्रीय तथा प्रदेश स्तर के मुद्दों पर केन्द्रित करने की कोशिश करें, परंतु ज्यादातर क्षेत्रों में चुनाव प्रचार, स्थानीय मुद्दों और उम्मीदवारों के इर्द गिर्द ही घूम रहा है। यही वजह है कि विरोधियों पर हमले के लिए कहीं होर्डिग का सहारा लिया जा रहा है तो कहीं एसएमएस का।
ग्वालियर में एक विधान सभा क्षेत्र में होर्डिंग पर लिखा जुमला 'नेता मोटा क्यों ? दारू महंगी क्यों? 20 प्रतिशत का हिस्सा है, बोलो ये क्या किस्सा है' हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। इतना ही नहीं इसको लेकर चर्चाएं इतनी जोर पकड़ चुकी हैं कि उम्मीदवारों के मोटापे पर बहस छिड़ गई है। इसके अलावा इन्दौर के महू विधान सभा क्षेत्र में मोबाईल फोन पर आ रहा एसएमएस 'भ्रष्टाचारी ने खूब कमाए नोट, जब नहीं मिटी आग पेट की, तो मांगने आ गए वोट' भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
इसके अलावा कई उम्मीदवारों के समर्थक दूसरे पर कीचड़ उछालने में भी लगे है। अभी मतदान में वक्त है और लोगों का अनुमान है कि एक दूसरे पर हमलों का यह सिलसिला दूर तक जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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