भारत ने सौंपी राहत सामग्री, श्रीलंका व आसीआरसी में मतभेद (लीड-1)
कोलंबो, 20 नवंबर (आईएएनएस)। श्रीलंका के उत्तरी हिस्सों में जारी संघर्ष की वजह से बेघर हुए नागरिकों की मदद के लिए भारत ने गुरुवार को करीब 1700 टन राहत सामग्री अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रास को सौंपी। इस बीच राहत सामग्री के वितरण को लेकर श्रीलंकाई सरकार और अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रास समिति (आईसीआरसी) में मतभेद उभर आएं हैं।
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि सरकार अकेले ही इस राहत सामाग्री का वितरण करेगी। श्रीलंका में आवश्यक सेवाओं के महाआयुक्त एस.बी. दिवारत्ने ने कहा कि कोई भी विदेशी संगठन सीधे तौर पर राहत सामाग्री वितरित नहीं कर सकता।
दरअसल, श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त आलोक प्रसाद ने श्रीलंका में आईसीआरसी के प्रमुख पॉल कॉस्ला को यह सामग्री सौंपते हुए आशा व्यक्त की कि इससे संघर्ष से प्रभावित जनता की मानवीय जरूरतें पूरी हो सकेंगी।
प्रसाद ने बताया कि भारत की ओर से भेजी गई सहायता सामग्री में खाद्यान्न, कपड़े और निजी स्वच्छता से जुड़ी वस्तुएं हैं। 80,000 परिवारों में इस सामग्री को वितरित करने के लिए अलग-अलग पैकेट तैयार कराए गए हैं।
सौ कंटेनरों में करीब 1,680 टन राहत सामग्री समुद्र मार्ग से कोलंबो में लाई गई और इस समय इसे कोलंबो के बाहर आईसीआरसी के गोदाम में रखा गया है। यहां से इसे श्रीलंका के उत्तरी हिस्सों में भेजा जाएगा।
गौरतलब है कि महीना भर पहले श्रीलंका के विशेष दूत बासिल राजपक्षे ने भारत की यात्रा की थी। इस दौरान भारत ने श्रीलंका में मानवीय सहायता देने पर सहमति व्यक्त की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।