कानपुर में भारत ने बनाई जीत की हैट्रिक (राउंडअप)
कानपुर, 20 नवंबर (आईएएनएस)। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ विजय रथ पर सवार भारतीय क्रिकेट टीम ने गुरुवार को ग्रीन पार्क स्टेडियम में इंग्लैंड को 16 रनों से हराकर सात एकदिवसीय मैचों की श्रंखला में जीत की हैट्रिक पूरी कर ली।
खराब रोशनी के कारण भारतीय पारी के 40वें ओवर के बाद खेल रोक दिया गया था। उस समय भारत ने 241 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पांच विकेट पर 198 रन बना लिए थे। अंपायरों ने मैच रेफरी रोशन महानामा के साथ मिलकर डकवर्थ-लुइस नियम के तहत भारत को विजयी घोषित किया। 31 रन देकर तीन विकेट लेने वाले भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह को 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया।
सात एकदिवसीय मैचों की इस श्रंखला में भारतीय टीम 3-0 से आगे हो गई है। राजकोट में खेले गए पहले मुकाबले में उसने इंग्लैंड को 158 रनों से रौंद दिया था जबकि इंदौर में भारतीय टीम ने 54 रनों से जीत दर्ज की थी। चौथा मुकाबला 26 नवंबर को उड़ीसा के कटक शहर के बाराबाती स्टेडियम में खेला जाएगा। यह मैच दिन-रात का होगा।
बहरहाल, खराब रोशनी के कारण जब खेल रोका गया, उस समय धोनी 51 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 29 रन और यूसुफ पठान 16 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 12 रन बनाकर खेल रहे थे। 4.95 के औसत से रन जुटा रही भारतीय टीम को जीत के लिए 43 रनों की जरूरत थी।
इस लिहाज से भारतीय टीम ज्यादा अच्छी स्थिति में दिखाई दे रही थी। हालांकि युवराज (38) का विकेट गिरने के बाद उस पर दबाव बनता दिख रहा था लेकिन जैसे-जैसे धोनी और यूसुफ लय में आते गए, दबाव इंग्लैंड पर लौटता चला गया।
युवराज का विकेट 177 रन के कुल योग पर गिरा था। उन्होंने 31 गेंदों के अपने खेल में दो चौके और एक छक्का लगाया। अपनी टीम की तरह युवराज शतकों की हैट्रिक बनाने से चूक गए। युवराज ने राजकोट में 138 और इंदौर में 118 रनों की पारी खेली थी।
भारत का चौथा विकेट सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के रूप में गिरा था। सहवाग ने अपनी छवि के अनुरूप खेलते हुए 76 गेंदों पर आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 68 रन बनाए।
सहवाग और रोहित शर्मा के रहते भारतीय टीम काफी सुखद स्थिति में दिख रही थी लेकिन 107 रन के कुल योग पर रोहित के आउट होते ही स्थिति उलट गई। रोहित ने 28 रन बनाए।
सहवाग और रोहित ने भारतीय टीम को काफी अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया था क्योंकि एक समय उसने सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (14) और सुरेश रैना (1) के विकेट मात्र 34 रन के कुल योग पर गंवा दिए थे।
इससे पहले, इंग्लैंड ने भारत के सामने 241 रनों का लक्ष्य रखा। इंग्लैंड की टीम सलामी बल्लेबाज रवि बोपरा (60) और इयान बेल (46) द्वारा पहले विकेट के लिए जोड़े गए 79 रनों का फायदा नहीं उठा सकी और अपेक्षाकृत सस्ते स्कोर पर सिमट गई।
पहले दो मुकाबलों में इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। कानपुर में बोपरा और बेल ने अच्छी शुरुआत दी लेकिन इंग्लैंड के बाकी के बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा सके। नतीजतन, इंग्लैंड की टीम 48.4 ओवरों में 240 रन ही बना सकी।
भारत की ओर से हरभजन ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट झटके जबकि मुनाफ पटेल और आराम के बाद लौटे ईशांत शर्मा ने दो-दो विकेट अपने खाते में डाले। यूसुफ, युवराज और जहीर खान को भी एक-एक विकेट मिला।
अपनी 82 गेंदों की पारी में आठ चौके लगाने वाले बोपरा और 47 गेंदों की तेज पारी में इतने ही चौके लगाने वाले बेल के अलावा ओवेश शाह ने 40 रनों का योगदान दिया। फ्लिंटॉफ और समित पटेल ने 26-26 रन बनाए।
कप्तान केविन पीटरसन (13), पॉल कोलिगवुड (1), विकेटकीपर बल्लेबाज मैट प्रायर (5), ब्रॉड (0) और जेम्स एंडरसन (1) ने निराश किया। ग्रीम स्वान पांच रन बनाकर नाबाद लौटे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।