शैक्षिक व्यवसायों को नष्ट कर रही है बाजार आधारित अर्थव्यवस्था : पित्रोदा
नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे एक पत्र में कहा है कि देश की बाजार आधारित अर्थव्यवस्था, शिक्षा पर आधारित व्यवसायों को नष्ट कर रही है।
नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे एक पत्र में कहा है कि देश की बाजार आधारित अर्थव्यवस्था, शिक्षा पर आधारित व्यवसायों को नष्ट कर रही है।
उन्होंने कहा कि इससे देश के ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनने की संभावनाओं पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
पित्रोदा ने छह नवंबर को लिखे अपने पत्र में कहा, "विभिन्न विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों में पहले से ही भली भांति प्रशिक्षित योग्य युवाओं की कमी है। नए विश्वविद्यालयों की स्थापना के कारण समस्या के और गंभीर होने की आशंका है।"
विद्यार्थियों द्वारा एमबीए, आईटी और ऐसे ही अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिले लेने के बारे में इशारा करते हुए पित्रोदा ने लिखा, "तेजी से विस्तार ले रही बाजार आधारित अर्थव्यवस्था के कारण शिक्षा आधारित व्यवसायों का अवमूल्यन हो रहा है।"
देश में दूरसंचार क्रांति के जनक माने जाने वाले पित्रोदा ने लिखा है कि देश की अर्थव्यवस्था को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में तब्दील करने के लिए शोध एवं विकास के स्तर में सुधार किए जाने की आवश्यकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।