अपर्याप्त नींद से बच्चे होते हैं मोटापे और अतिसक्रियता के शिकार
टोरंटो, 19 नवंबर (आईएएनएस)। क्या आप जानते हैं कि पर्याप्त नींद न ले पाने वाले एक चौथाई से ज्यादा बच्चे मोटापे अथवा अतिसक्रियता के शिकार होते हैं। यह बात हाल में किए गए एक अध्ययन में सामने आई है।
शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि यह समस्या इन बच्चों के वयस्क होने पर भी जारी रह सकती है।
मोटापे और नींद के बीच संबंधों को स्पष्ट करते हुए मुख्य शोधकर्ता जैक्स मोंटप्लासिर ने कहा कि कम नींद से हार्मोन में बदलाव आता है और भूख बढ़ने लगती है।
उन्होंने कहा कि वयस्कों में तो कम नींद उन्हें उनींदा बनाती है लेकिन इसके ठीक उलट बच्चे कम नींद से अतिसक्रिय हो जाते हैं।
मांट्रियल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन से यह भी पता चला कि छह माह से छह वर्ष आयुवर्ग के 90 फीसदी बच्चे कभी न कभी नींद संबंधी समस्याओं जैसे दुस्वप्न, दांत चलाना और बिस्तर पर लघुशंका आदि से पीड़ित रहते हैं।
शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में 1,138 बच्चों से संबंधित आंकड़ों का अध्ययन किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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