सऊदी जहाज के अपहरण से भारत की मांग को समर्थन
लंदन, 18 नवंबर (आईएएनएस)। अदन की खाड़ी में सऊदी अरब के तेल टैंकर के अपहरण से इस क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के नियंत्रण में बहुराष्ट्रीय शांतिरक्षक बल की गश्त की भारत की मांग को विश्व की जहाजरानी कंपनियों से काफी अधिक समर्थन मिला है।
लंदन, 18 नवंबर (आईएएनएस)। अदन की खाड़ी में सऊदी अरब के तेल टैंकर के अपहरण से इस क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के नियंत्रण में बहुराष्ट्रीय शांतिरक्षक बल की गश्त की भारत की मांग को विश्व की जहाजरानी कंपनियों से काफी अधिक समर्थन मिला है।
पिछले सप्ताह लंदन स्थित संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (आईएमओ) में भारत के राजनयिकों की मांग का विश्व के सबसे बड़े निजी जहाजरानी संगठन बिमको ने भी समर्थन किया है। 2,720 जहाजरानी कंपनियां बिमको की सदस्य हैं।
बिमको ने सोमालिया तट की निगरानी के लिए विदेशी सरकारों से संयुक्त राष्ट्र के अधीन और अधिक जंगी जहाज भेजने की मांग की है। आगे चलकर इसे संयुक्त राष्ट्र की तटरक्षक सेना का रूप दिया जा सकता है।
गौरतलब है कि अदन की खाड़ी स्वेज नहर जलक्षेत्र से लगा महत्वपूर्ण समुद्री क्षेत्र है। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और अन्य देशों के युद्धपोत इस क्षेत्र में गश्त करते हैं। संयुक्त राष्ट्र के अधीन नहीं होने के कारण भारत इस दल से बाहर है।
गौरतलब है कि अपह्रत सऊदी तेल टैंकर साइरस स्टार में 20 लाख टन कच्चा तेल भरा है। यह सऊदी अरब के दैनिक तेल उत्पादन का एक-चौथाई हिस्सा है। इस तेल की कुल कीमत 10 अरब डॉलर है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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