चिदंबरम ने भारतीय कंपनियों से उत्पादन के बजाय कीमतें घटाने को कहा
नई दिल्ली , 18 नवंबर (आईएएनएस)। वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने मांग में कमी से निपटने के लिए भारतीय उद्योगों से दामों में कटौती करने को कहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि अर्थव्यवस्था की स्थिति में अगले वर्ष तक सुधार आ जाएगा।
दावोस स्थित वर्ल्ड इकोनामिक फोरम के इंडिया इकोनामिक सम्मेलन के अंतिम दिन चिदंबरम ने कहा,"मांग में कमी से निपटने का सबसे बढ़िया तरीका कीमतों में थोड़े समय के लिए कमी करना है।"
उन्होंने कहा केवल इसी तरीके से भारतीय कंपनियां वित्तीय हालत ठीक रखने के साथ ही कठिनाई से अर्जित बाजार को बनाए रखकर मेहनती कर्मचारियों का विश्वास कायम रख सकती हैं।
वित्तमंत्री ने कहा कि बैंक कर्ज देने के लिए तैयार हैं लेकिन खरीदार मौजूदा मूल्यों पर खरीदारी के लिए कर्ज नहीं लेना चाहते। चिदंबरम ने उद्योगों से घरों, कारों, दोपहिया वाहनों और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं के दाम घटाने को कहा।
वित्तमंत्री ने कहा कि भारतीय कंपनियों ने करों के बाद भी मुनाफे में 30 प्रतिशत की वृद्धि की है। मुनाफे में वृद्धि जब घटकर 10-12 प्रतिशत रह जाए तो यह चिंता का विषय है।
वित्तमंत्री ने कहा कि आर्थिक अस्थिरता का दौर छह, नौ या फिर साल भर में समाप्त हो जाएगा और हम अपनी सामान्य विकास दर हासिल कर लेंगे।
चिदंबरम ने कहा कि औसत उत्पाद शुल्क जिसे 16 प्रतिशत से घटाकर 14 फीसदी किया गया है, में और कमी पर भी वे विचार कर सकते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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