आडवाणी ने साध्वी प्रज्ञा मामले में चुप्पी तोड़ी, एटीएस पर बरसे
नई दिल्ली, 18 नवंबर (आईएएनएस)। मालेगांव विस्फोटों के आरोप में गिरफ्तार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मंगलवार को पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने मामले की जांच कर रहे महाराष्ट्र के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) पर साध्वी द्वारा लगाए गए आरोपों की न्यायिक जांच की मांग के साथ ही उन्होंने एटीएस की पूरी टीम को बदल देने की मांग भी की है।
आडवाणी ने एक बयान जारी कर कहा, "प्रज्ञा सिंह ने एटीएस पर जो आरोप लगाए है और एटीएस ने जिस प्रकार से इस पूरे मामले में सेना पर आरोप लगाए हैं वह बेहद गंभीर है। इस पूरे मामले में एटीएस की भूमिका की न्यायिक जांच होनी चाहिए। साथ ही एटीएस की पूरी टीम को ही बदल देना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "एटीएस ने प्रज्ञा और उसके सहयोगियों पर कई आरोप लगाए हैं। अब तक मैं इस मामले में बोलने से परहेज कर रहा था लेकिन आज जब मैंने प्रज्ञा द्वारा एटीएस पर लगाए गए आरोपों से संबंधित शपथपत्र पढ़ा तो मुझे लगा कि इस बारे में मुझे अपना गुस्सा प्रकट करना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि प्रज्ञा सिंह ने एटीएस पर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। साथ ही उसने कहा है कि पूछताछ के दौरान उसके साथ अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया गया। उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास नहीं होता कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में एक महिला वह भी एक साध्वी के साथ इतना अभद्र और बर्बर व्यवहार हो सकता है।"
आडवाणी ने कहा, "यह अब स्पष्ट हो गया है कि एटीएस इस पूरे मामले में राजनीतिक दुर्भावना और गैर पेशेवर तरीके से काम कर रही है। एटीएस ने तो सेना के एक मौजूदा अधिकारी तक को नहीं छोड़ा और उस पर समझौता एक्सप्रेस में हुए धमाकों को अंजाम देने के लिए आरडीएक्स चुराने का आरोप लगाया, जबकि यह साफ हो चुका है कि समझौता एक्सप्रेस में हुए विस्फोट में आरडीएक्स का इस्तेमाल ही नहीं हुआ था।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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