डीएलएफ ने सरकार से आवास ऋण पर ब्याज दर घटाने को कहा (लीड-1)
नई दिल्ली, 18 नवंबर (आईएएनएस)। रियल्टी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी डीएलएफ ने कहा है कि निर्माण सामग्री के दामों के कमी के बाद घरों के दाम घटेंगे, लेकिन उसने सरकार से आवास ऋणों पर ब्याज की दर में तीन प्रतिशत की कटौती का आग्रह किया है।
वित्तमंत्री पी.चिदंबरम के उद्योग जगत से कीमतों में कटौती करने के लिए कहने के तुरंत बाद डीएलएफ समूह के अध्यक्ष के.पी. सिंह ने वर्ल्ड इकनोमिक फोरम-इंडिया इकनोमिक सम्मेलन के अवसर पर कहा, "हम कीमतों में कमी नहीं ला सकते। इसे बाजार की ताकतें ही नीचे ला सकती हैं।"
सिंह ने कहा कि सरकार इस मामले में नियमों और नीतियों के माध्यम से अपनी भूमिका निभा सकती है। वह विभिन्न तरीकों से बाजार में भारी मात्रा में आवासों की उपलब्धता को सुनिश्चित कर सकती है। तब कीमतें घट जाएंगी।
इससे पहले सम्मेलन में वित्तमंत्री चिदंबरम ने कहा था कि वाहन, सेवा और रियल्टी क्षेत्र को मांग बढ़ाने के लिए दामों में कटौती करनी चाहिए।
डीएलएफ प्रमुख ने कहा कि निर्माण सामग्री के दामों में कमी आने के बाद आवासों की कीमत में गिरावट आ सकती है। सीमेंट, स्टील और अन्य सामानों के दामों में गिरावट आने से घरों के दाम अपने आप नीचे आएंगे।
उनके अनुसार आवास निर्माता इस समय नकदी की कमी की समस्या का सामना कर रहे हैं। घरों की मांग इसलिए कम है क्योंकि लोगों को 12 प्रतिशत की ब्याज दर पर आवास ऋण लेना पड़ रहा है।
सिंह ने कहा कि आवास ऋण के लिए उपयुक्त ब्याज दर सात प्रतिशत होनी चाहिए, इससे मांग में काफी अधिक तेजी आएगी। उनके अनुसार महंगाई कोई मुद्दा नहीं है और मौजूदा ब्याज दर में तीन प्रतिशत की कमी होनी चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।