बेटे के साथ जश्न मनाने को बेताब हैं कैप्टन उन्नीकृष्णा
नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। कैप्टन पाणिक्कर उन्नीकृष्णा के आनंद का कोई ठिकाना नहीं है। उन्होंने अपने बेटे उल्लास कृष्णा से सोमवार को बात जो कर ली।
उल्लास कृष्णा उस जापानी पोत एमटी स्टोल्ट वैलोर पर सवार भारतीय चालक दल के 18 सदस्यों में से एक हैं, जिसे दो महीने बाद सोमाली समुद्री लुटेरों ने रविवार को मुक्त किया।
पाणिक्कर के अनुसार यह पोत 24 नवंबर के आसपास मुंबई बंदरगाह पर पहुंच जाएगा।
पोत व बेटे की रिहाई से प्रसन्न उन्नीकृष्णा ने आईएएनएस को मुंबई से फोन पर बताया "जैसे ही पोत की रिहाई की खबर आई, मैंने लोगों में मिठाइयां बांटी। असली समारोह के लिए हम उल्लास का इंतजार कर रहे हैं।''
मर्चेट नेवी में कार्यरत उन्नीकृष्णा ने कहा "मैंने पोत के कप्तान प्रभात गोयल व अपने बेटे से सोमवार को दोपहर 1 बजे बात की। उन्होंने पुष्टि की कि पोत पर सवार हर व्यक्ति अच्छी स्थिति में है। बल्कि बेटे ने मजाकिया लहजे में कहा कि पिछले दो महीनों के दौरान कोई काम न होने की वजह से उसका वजन काफी बढ़ गया है।''
उन्नीकृष्णा के अनुसार पोत की रफ्तार बहुत अच्छी नहीं है। लिहाजा 24 नवंबर तक पोत के मुंबई पहुंचने की संभावना है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।