आर्थिक संकट से उभरती अर्थव्यवस्थाओं को विश्व मंच पर अप्रत्याशित लाभ
वाशिंगटन, 16 नवंबर (आईएएनएस)। दुनिया की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए शनिवार को आयोजित ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन में अपनी भूमिका के बाद विश्व की उभरती आर्थिक शक्तियां काफी आत्मविश्वास से भरी नजर आईं।
सम्मेलन की प्रमुख घोषणा से स्पष्ट हो गया कि विकासशील देशों का समूह भविष्य में वैश्विक वित्तीय व्यवस्था के सुधारों में मुख्य भूमिका निभाएगा। इसमें जी 7 देशों की भूमिका का कोई उल्लेख नहीं होने से यह साफ हो गया कि उभरती अर्थव्यवस्थाएं आने वाले दिनों में नीतियों के संबंध में निर्णय की प्रक्रिया में काफी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएंगी।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार कई नेता तो दुनिया में नए शक्ति संतुलन के बारे में बोलने भी लगे हैं। बैठक के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लुइस इनैशियो लूला डी सिल्वा ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक दिन है। मुझे पूरा विश्वास है कि दुनिया का राजनीतिक भूगोल नई दिशा की ओर जा रहा है।"
जी 20 की बैठक में सभी नेता इस बात पर सहमत हो गए कि वित्तीय संस्थाओं के नियंत्रण में भारी सुधार आवश्यक है। जी 20 के विदेशमंत्रियों को आने वाले महीनों में इसके निश्चित बिंदुओं पर विचार करने को कहा गया है। जी 20 का अगला शिखर सम्मेलन अगले वर्ष अप्रैल में होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।