नेपाल में सार्वजनिक स्थानों से पूर्व राजाओं की प्रतिमाएं हटाई जाएगी
काठमांडू, 16 नवंबर (आईएएनएस)। नेपाल से 239 वर्ष पुरानी राजशाही समाप्त करने के बाद अब माओवादी सरकार पूर्व राजाओं की प्रतिमाओं को भी सार्वजनिक स्थानों से हटाना चाहती है।
गृहमंत्री बामदेव गौतम ने एक सार्वजनिक समारोह में शनिवार को कहा कि राजधानी में महत्वपूर्ण स्थानों पर लगीं पूर्व राजाओं की प्रतिमाओं को हटाकर, उनके स्थान पर राष्ट्र नायकों की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।
बहरहाल गठबंधन सरकार अभी इस बात का फैसला नहीं कर पाई है कि किन राष्ट्र नायकों को यह सम्मान दिया जाएगा।
पूर्व राजा बीरेंद्र, उनके पिता महेंद्र, दादा त्रिभुवन और शाह राजवंश के संस्थापक पृथ्वीनारायण शाह की प्रतिमाएं देश के प्रमुख चौराहों और उद्यानों में लगी हुई हैं।
सरकार पूर्व शाही परिवार के सदस्यों के नाम पर स्थापित सभी शिक्षण संस्थाओं, अन्य संस्थानों और सार्वजनिक उद्यानों का नाम भी बदलना चाहती है।
जिस इमारत में अंतरिम संसद काम कर रही है उसका नाम बीरेंद्र इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर से बदलकर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर रख दिया गया है।
राजा ज्ञानेंद्र की सौतेली माता रत्ना के नाम पर राजधानी के मध्य में स्थित रत्ना पार्क का नाम भी शनिवार को बदलकर शंखधर पार्क कर दिया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।