अमेरिकी चित्रकार के चित्रों में भारतीय रागों के रंग
नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के चर्चित युद्धोत्तर चित्रकारों में एक जेम्स मैक्गारेल ने अपने चित्रों में भारतीय शास्त्रीय संगीत के रंग उकेरने की कोशिश की है।
नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के चर्चित युद्धोत्तर चित्रकारों में एक जेम्स मैक्गारेल ने अपने चित्रों में भारतीय शास्त्रीय संगीत के रंग उकेरने की कोशिश की है।
'एस्ट्रोनॉमीज एंड प्लेजर, ए न्यू रागमाला' नामक 36 चित्रों की भारत में पहली बार अपनी एकल प्रदर्शनी के सिलसिले में जेम्स इन दिनों यहां आए हुए हैं। ये चित्र भारतीय शास्त्रीय संगीत व राजपूत मिनिएचर कला की परंपराओं से प्रेरित है।
ये चित्र जल व ग्वश रंग माध्यमों में केशरिया, पीले, लाल, भूरे, नीले व हरे रंगों से तथा राजपूत शैली के किनारों से सजे हुए हैं। हर चित्रों के नाम भारतीय रागों पर रखे गए हैं। इनकी शुरुआत भोर के राग भैरवी से होती है और अंत राग केदार से होता है।
इन चित्रों की 21 दिवसीय प्रदर्शनी राजधानी की रेलिगेयर आर्ट्स-1 गैलरी में शनिवार को आम दर्शकों के लिए प्रारंभ हुई।
इंडियनपोलिस में 1930 में पैदा हुए मैक्गारेल ने 1955 में शीर्ष युद्धोत्तर चित्रकारों के साथ चित्र प्रदर्शनियों में हिस्सा लेना शुरू किया था।
फ्रांसिस बैकॉन जैसे युद्धोत्तर चर्चित चित्रकारों के साथ अपने चित्रों की प्रदर्शनी लगा चुके मैक्गारेल वर्षो से अमेरिकी कला परिदृश्य में अपना एक स्थान बनाए हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।