बुंदेलखंड के चुनावी समर में राजा ही राजा
बुंदेलखंड वह इलाका है जहां किसी भी ठाकुर के घर में पैदा हुए बेटे के नाम के आगे राजा जोड़ने की परंपरा है। इसी का नतीजा है कि गली मुहल्लों से लेकर शहरों तक में राजाओं की फौज खड़ी नजर आती है। इस बार तो विधानसभा चुनावों में हर तरफ राजाओं का शोर सुनाई दे रहा है। कुछ रियासतदार हैं तो कुछ नाम वाले राजा हैं।
बुंदेलखंड का सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र टीकमगढ़ है क्योंकि यहां से भारतीय जन शक्ति की अध्यक्ष उमा भारती चुनाव मैदान में हैं। यहां से कांग्रेस ने यादवेंद्र सिंह उर्फ जग्गू राजा को मैदान में उतारा है। इसी जिले के खरगापुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार सुरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ बेबी राजा और बसपा के सुरेंद्र सिंह गौर उर्फ सुरेंद्र दद्दा चुनावी समर में हैं।
छतरपुर जिले के राजनगर विधानसभा क्षेत्र में राजा का मुकाबला राजा से है। यहां कांग्रेस के विक्रम सिंह उर्फ नाती राजा के सामने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के शंकर प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना राजा हैं। इसी तरह छतरपुर से बसपा ने डीलमणि सिंह उर्फ बब्बू राजा और बिजावर से राम कुमार सिंह उर्फ मुन्ना राजा को प्रत्याशी बनाया है।
इन्हीं राजाओं की कतार में मानवेंद्र सिंह उर्फ भवर राजा बतौर निर्दलीय महाराजपुर से किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा ने बिजावर से आशा रानी और कांग्रेस ने पवई से दिव्या रानी को चुनाव में उतारा है। चुनाव जीतकर वाकई में राजा कौन बन पाएगा इसी को लेकर राजा राजा से टकरा रहा है तो कहीं राजा का जमीन के आदमी से मुकाबला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।