शतरंज ओलंपियाड : भारत के सामने कठिन चुनौती
ड्रेसेन (जर्मनी), 13 नवंबर (आईएएनएस)। जर्मनी के शहर ड्रेसडेन में होने वाले शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम को दूसरी टीमों से कड़ी चुनौती मिलेगी।
हमेशा की तरह भारत को इस बार भी आर्मेनिया और उक्रेन से जोरदार टक्कर मिलने की उम्मीद है। आर्मेनिया जहां पुरुष वर्ग का चैंपियन है वहीं उक्रेन की महिलाओं ने पिछली बार खिताब जीता था।
वर्ष 2006 में तुरिन में आयोजित पिछले संस्करण में भारतीय पुरुष टीम 30वें और महिला टीम 12वें स्थान पर रही थी।
वर्ष 2006 की तरह इस बार भी भारतीय टीम अपने सभी कद्दावर खिलाड़ियों से लैस होकर जर्मनी पहुंची है। इनमें के. शशिकिरण, पी. हरिकृष्ण, सूर्यशेखर गांगुली, संदीपन चंदा और जी.एन. गोपाल शामिल हैं।
महिला वर्ग में मौजूदा जूनियर विश्व चैंपियन डी. हरिका टीम का नेतृत्व कर रही हैं जबकि तानिया सचदेव, स्वाति घाटे, निशा मोहता और मैरी एन गोम्स टीम की अन्य सदस्य हैं।
भारत के लिए एकमात्र चिंता का विषय यह है कि इस बार विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद और कोनेरू हंपी शिरकत नहीं कर रहे हैं।
जानकारों का मानना है कि प्रारूप में बदलाव से भारत के पदक जीतने की संभावना बढ़ गई है। इससे भारत जैसी सशक्त टीम को काफी फायदा मिलेगा।
इस वर्ष तालिका में टीम का स्थान जीत के आधार पर होगा न कि अंकों के आधार पर। मसलन, 4-0 की जीत या फिर 2.5-1.5 की जीत के लिए समान रूप से दो अंक दिए जाएंगे।
इंड-एशियन न्यूज सर्विस।