लखनऊ से अटल का उत्तराधिकारी चौंकाने वाला!
नई दिल्ली, 13 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा के आगामी चुनाव के मद्देनजर उत्तरप्रदेश से 11 उम्मीदवारों की पहली सूची बेशक जारी कर दी हो और शेष बची सीटों पर उम्मीदवार तय करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप देना प्रारंभ कर दिया हो लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के संसदीय क्षेत्र लखनऊ से पार्टी का उत्तराधिकारी कौन होगा, पार्टी रणनीतिकारों के सामने यह यक्ष प्रश्न अभी भी बना हुआ है।
नई दिल्ली, 13 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा के आगामी चुनाव के मद्देनजर उत्तरप्रदेश से 11 उम्मीदवारों की पहली सूची बेशक जारी कर दी हो और शेष बची सीटों पर उम्मीदवार तय करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप देना प्रारंभ कर दिया हो लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के संसदीय क्षेत्र लखनऊ से पार्टी का उत्तराधिकारी कौन होगा, पार्टी रणनीतिकारों के सामने यह यक्ष प्रश्न अभी भी बना हुआ है।
बहरहाल, यह तय है कि जो भी यहां से पार्टी का उम्मीदवार होगा वह वाजपेयी की पसंद का ही होगा। हालांकि लोकसभा चुनाव होने में अभी समय है लेकिन पार्टी के अंदर और बाहर यह चर्चा जोरों पर है कि आखिरकार लखनऊ से अटल का उत्तराधिकारी कौन होगा। क्योंकि अटल चुनाव नहीं लड़ेंगे यह तय माना जा रहा है।
अटल के उत्तराधिकारी के रूप में प्रदेश के कुछ कद्दावर नेताओं के नाम सामने आए हैं तो कुछ चौंकाने वाले। इनमें उत्तरप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन की उम्मीदवारी की चर्चा जोरों पर है। टंडन के अलावा कलराज मिश्र और विनय कटियार के नामों की खूब चर्चा है। लेकिन इन दोनों नेताओं का फिलहाल राज्यसभा में लंबा कार्यकाल बचा हुआ है।
पार्टी नहीं चाहती कि इनमें से किसी को भी लोकसभा चुनाव में उतारकर राज्यसभा की एक सीट वह गंवा दे। क्योंकि इनमें से कोई भी चुनाव मैदान में उतरेगा तो प्रतिष्ठा की इस सीट पर जीत के लिए भाजपा अपना पूरा दमखम लगा देगी। अलबत्ता जीतने की स्थिति में उसे राज्यसभा से इस्तीफा देना पड़ेगा और फिर इस सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में भाजपा को यह सीट गंवानी ही पड़ेगी क्योंकि संख्या बल के मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की दावेदारी की जीत तय है।
लखनऊ की प्रतिष्ठापूर्ण सीट पर एक नाम चौंकाने वाला आया है जिसकी दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। भाजपा के टिकट पर लखनऊ के मेयर रह चुके और पेशे से डाक्टर एस. सी. राय को अटल के उत्तराधिकारी के रूप में सबसे मजबूत उम्मीदवार के रूप में माना जा रहा है। एस. सी. राय की पार्टी में एक स्वच्छ छवि के नेता की है और वाजपेयी के करीबी लोगों में वे शुमार हैं।
इस बारे में पूछे जाने पर पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "लखनऊ से कौन पार्टी का उम्मीदवार होगा यह तो चुनाव समिति तय करेगी लेकिन निश्चित तौर पर वहां से जो भी पार्टी का उम्मीदवार होगा वह वाजपेयी की पसंद का ही होगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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