विस चुनाव : मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचारी और घोटालेबाजों की सरकार : कांग्रेस (लीड-1)
भोपाल, 13 नवंबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार के पांच साल के कार्यकाल को भ्रष्टाचार का काल करार दिया है। कांग्रेस का कहना है कि यह ऐसी सरकार है जिसके मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों तक ने गरीबों और बच्चों के हक पर भी डाका डाला है। पार्टी के आरोप पत्र में भाजपा सरकार को भ्रष्टाचारियों और घोटालेबाजों की सरकार कहा गया है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ 96 पन्नों का एक आरोप पत्र जारी किया है। इस आरोप पत्र में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित प्रदेश के एक दर्जन मंत्रियों के भ्रष्टाचार करने तथा घोटालेबाजों को संरक्षण देने का ब्योरा दिया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी ने प्रदेश प्रभारी नारायण सामी की मौजूदगी में आरोप पत्र जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों तक के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायतें दर्ज हैं। नैतिकता की बात करने वाली इस पार्टी ने इनमें से एक के भी खिलाफ कोई कदम उठाना मुनासिब नहीं समझा। और तो और एक बार फिर इन भ्रष्टाचारियों को चुनाव मैदान में उतार दिया है।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अपने ही तरह से व्याख्या करते हुए पचौरी ने उसे भ्रष्टाचार, कुशासन और अराजकता का पर्याय बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछला चुनाव भ्रष्टाचार, भूख और भय को मुद्दा बनाकर जीता था। भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी इस सरकार को तीन मंत्रियों को हटाना तक पड़ा था। प्रदेश में फैले कुपोषण ने सरकार की कलई खोल दी है और भय का आलम यह है कि आम आदमी अपने आप को असुरक्षित पा रहा है।
कांग्रेस के आरोप पत्र में प्रदेश सरकार पर 139 आरोप लगाए गए हैं। इनमें मंत्रियों द्वारा अपने रिश्तेदारों को उपकृत करने से लेकर करोड़ों की जमीन कौड़ियों के मोल दिए जाने के आरोप हैं। कांग्रेस का आरोप है कि सत्ता में आने के बाद भाजपा पूरी तरह लूट खसोट में जुट गई थी और जिसे जहां मौका मिला उसने जनता का हक छीनने में हिचक नहीं दिखाई।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि किसी भी दल का घोषणा पत्र उसकी नीतियों का दस्तावेज होता है। भाजपा ने पिछले चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में जनता से जो वायदे किए थे उनमें से अधिकांश अब भी अधूरे पड़े हैं। घोषणा पत्र में 100 दिन में बिजली समस्या निपटाने, जितनी बिजली उतना दाम, किसानों को पर्याप्त बीज और खाद उपलब्ध कराने और आम जनता को सुरक्षित रखने का वायदा किया था। आज इन वायदों के ठीक विपरीत काम हो रहा है।
इस आरोप पत्र में कांग्रेस ने अखबारों की कतरनों और कार्टूनों के सहारे भाजपा पर हमला बोला है। शिवराज सिंह को डम्पर सिंह चौहान बताया गया है और उन्हें माफियाओं का मुखिया करार दिया है। आरोप पत्र में प्रदेश सरकार के प्रभावशाली व प्रमुख मंत्रियों को घोटालों से जोड़ते हुए कई कार्टून हैं।
इस आरोप पत्र को भाजपा के सांसद प्रभात झा ने सत्ता की तड़प पत्र करार दिया है। पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले पांच सालों में कभी भी प्रतिपक्ष की भूमिका का निर्वहन नहीं किया है। यह पार्टी गांधी के सिद्धांतों से दूर होकर सोनिया गांधी के सिद्धांतों पर चलने लगी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।