हर तीसरा अमेरिकी सोचता है कि बढ़िया काम करेंगे ओबामा
वाशिंगटन, 11 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बराक ओबामा के सत्ता हस्तांतरण पर चर्चा के लिए व्हाइट हाउस के दौरे के समय जारी एक सर्वेक्षण के परिणामों के अनुसार हर तीसरा अमेरिकी सोचता है कि राष्ट्रपति के रूप में ओबामा बढ़िया काम करेंगे।
वाशिंगटन, 11 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बराक ओबामा के सत्ता हस्तांतरण पर चर्चा के लिए व्हाइट हाउस के दौरे के समय जारी एक सर्वेक्षण के परिणामों के अनुसार हर तीसरा अमेरिकी सोचता है कि राष्ट्रपति के रूप में ओबामा बढ़िया काम करेंगे।
अगले वर्ष 20 जनवरी को पद संभालने के बाद ओबामा के सामने चुनौतियां भी बहुत बड़ी हैं क्योंकि सीएनएन/ओपीनियन रिसर्च कारपोरेशन के नए सर्वेक्षण के अनुसार केवल 16 प्रतिशत अमेरिकी नागरिकों का सोचना है कि इस समय देश की हालत ठीक है। अमेरिका के 83 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इस समय देश की हालत ठीक नहीं है।
सीएनएन के सव्रेक्षण निदेशक कीटिंग हालैंड ने कहा, "ओबामा के सामने भारी चुनौतियां हैं। किसी भी राष्ट्रपति ने ऐसे समय पद नहीं संभाला जब लोगों में इतनी अधिक निराशा हो। पिछले 34 वर्षो से जब से यह प्रश्न सर्वेक्षण में पूछा जाना शुरू हुआ, कभी भी देश की हालत ठीक होने के बारे में कहने वालों का प्रतिशत 20 से नीचे नहीं गया।"
सीएनएन के वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक बिल श्नाइडर ने कहा, "83 प्रतिशत लोगों का देश की स्थित को खराब बताना वर्ष 1992 से भी अधिक है, जब सीनियर बुश को खराब अर्थव्यवस्था के कारण हारना पड़ा था। यह 1975 से भी अधिक है जब वाटरगेट कांड के कारण राष्ट्रपति निक्सन को इस्तीफा देना पड़ा था।"
सीएनएन के अनुसार राष्ट्रपति बुश पिछले छह दशक के दौरान सबसे अलोकप्रिय राष्ट्रपति साबित हुए हैं। सर्वेक्षण में 76 प्रतिशत लोगों ने उनके कामकाज को असंतोषजनक माना है। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद के सीएनएन और गैलप सर्वेक्षणों के इतिहास में यह किसी राष्ट्रपति के लिए सबसे अधिक नकारात्मक राय है।
रिचर्ड निक्सन ने जब राष्ट्रपति से इस्तीफा दिया तो उनके काम को असंतोषजनक मानने वाले लोगों का प्रतिशत 66 था। 1952 में हैरी ट्रमैन से 67 प्रतिशत लोग असंतुष्ट थे।
सीएनएन/ओपीनियन रिसर्च कारपोरेशन का नया सर्वेक्षण गुरुवार से रविवार तक 1,246 वयस्क अमेरिकी लोगों के बीच टेलीफोन के माध्यम से किया गया। इसके परिणाम में तीन प्रतिशत की त्रुटि हो सकती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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