मालेगांव विस्फोट : आदित्यनाथ ने कहा, पुलिस गिरफ्तार करके दिखाए (लीड-1)
नई दिल्ली/लखनऊ, 11 नवंबर (आईएएनएस)। मालेगांव विस्फोट मामले में पूछताछ की आशंकाओं से घिरे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) में हिम्मत है तो गिरफ्तार करके दिखाए। उन्होंने जांच में किसी तरह के सहयोग से साफ इनकार कर दिया है।
उत्तरप्रदेश में गोरखपुर से सांसद आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ में पत्रकारों को बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को आतंकवादी संगठन घोषित करने तथा मुस्लिम संगठनों को उदार बताने के उद्देश्य से एक खतरनाक षडयंत्र रचा गया है।
एक सवाल के जवाब में आदित्यनाथ ने कहा कि "मैं पुलिस को जांच में कोई सहयोग नहीं करूंगा और पुलिस में हिम्मत हो तो वह मुझे गिरफ्तार करे।''
36 वर्षीय आदित्यनाथ ने एटीएस को सलाह दी है कि वह दूसरों के इशारों पर कार्रवाई न करे।
उन्होंने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नार्को परीक्षण पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इसके पहले हुए बम विस्फोटों में गिरफ्तार इस्लामी आतंकवादियों का नार्को परीक्षण क्यों नहीं किया गया।
आदित्यनाथ का यह बयान तब आया है, जब एटीएस ने मालेगांव मामले में एक बड़े नेता से पूछताछ तथा इसमें उत्तरप्रदेश सरकार से सहयोग की इजाजत के लिए सोमवार को मुंबई की एक अदालत में आवेदन किया।
हालांकि नेता के नाम की घोषणा किए बगैर ही एटीएस ने फरु खाबाद व पूर्वी उत्तरप्रदेश में सीधे तौर पर अभियान चला कर मालेगांव विस्फोट मामले में महत्वपूर्ण सूराग हासिल किए हैं।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मालेगांव मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल पी.सी. पुरोहित की गिरफ्तारी के बाद से ही लगातार नए-नए सुराग मिल रहे हैं। इनमें से कुछ सुराग योगी आदित्यनाथ की ओर इशारा करते हैं।
अपनी कट्टर हिंदुत्ववादी राजनीति के लिए विख्यात आदित्यनाथ पूर्वी उत्तरप्रदेश में भाजपा के मजबूत स्तंभ हैं।
आदित्यनाथ ने उड़ीसा में विश्व हिंदू परिषद नेता स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या के बाद चर्चो पर किए गए हमलों को भी जायज ठहराया था।
इतना ही नहीं आदित्यनाथ ने वर्ष 2005 में उत्तरप्रदेश के एटा जिले में 1,800 ईसाइयों की हिंदू धर्म में वापसी को लेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।