विस चुनाव : शिवराज के कहने पर पवार और वर्मा ने दी गिरफ्तारी
भोपाल, 11 नवंबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के पर्यटन मंत्री तुकोजीराव पवार और सोनकच्छ से पार्टी के उम्मीदवार फूलचंद वर्मा ने गिरफ्तारी के बाद जमानत अर्जी न देने का फैसला खुद नहीं लिया है बल्कि उन्होंने यह कदम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इशारे पर लिया है। पार्टी इन दोनों नेताओं की गिरफ्तारी के जरिए जनता की सहानुभूति जुटाना चाहती है।
पार्टी के एक वरिष्ठ केंद्रीय पदाधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "मुख्यमंत्री के कहने पर ही दोनों नेताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी। उन्होंने एक सोची समझी रणनीति के तहत दोनों नेताओं से यह कदम उठाने को कहा।"
पार्टी के इस पदाधिकारी के मुताबिक, "दोनों नेता यदि जेल से ही चुनाव लड़ते हैं तो इस परिस्थिति में पार्टी को जनता की सहानुभूति तो मिलेगी ही साथ ही इसे मुद्दा बनाकर वह कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने का भी प्रयास करेगी।"
उल्लेखनीय है कि निर्वाचन अधिकारी से दुर्व्यहार के एक मामले में पवार और वर्मा स्वयं मंगलवार को गिरफ्तारी देने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया। बाद में इन्हें न्यायालय में पेश किया गया मगर उनकी ओर से जमानत अर्जी नहीं दी गई। न्यायालय ने दोनों को ही 24 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
बहरहाल, पार्टी से जुड़े लोग भी मानते है कि मंत्री और उम्मीदवार ने जेल जाने का फैसला खुद नहीं लिया है बल्कि यह पार्टी की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। पार्टी इसके जरिए सहानुभूति हासिल करना चाहती है और साथ ही निर्वाचन अधिकारी के जरिए कांग्रेस पर निशाना भी साध रही है। पार्टी यह प्रचारित करने की कोशिश में है कि सोनकच्छ से कांग्रेस उम्मीदवार सज्जन सिंह वर्मा का नामांकन निर्धारित समय तक जमा न होने के बावजूद केंद्र सरकार के दबाव में निरस्त नहीं किया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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