भारत ने अफगानिस्तान के लिए सुझायी नई रणनीति
संयुक्त राष्ट्र, 11 नवंबर (आईएएनएस)। भारत ने करीब तीन दशक से गृहयुद्ध की विभीषिका झेल रहे अफगानिस्तान में स्थायी शांति और स्थायित्व के लिए सुरक्षा, क्षमता निर्माण और क्षेत्रीय सहयोग के तीन बिंदुओं पर आधारित रणनीति का प्रस्ताव किया है।
संयुक्त राष्ट्र, 11 नवंबर (आईएएनएस)। भारत ने करीब तीन दशक से गृहयुद्ध की विभीषिका झेल रहे अफगानिस्तान में स्थायी शांति और स्थायित्व के लिए सुरक्षा, क्षमता निर्माण और क्षेत्रीय सहयोग के तीन बिंदुओं पर आधारित रणनीति का प्रस्ताव किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 63वें अधिवेशन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य तेलुगू देशम पार्टी के सांसद के. येरन नायडू ने तालिबान के साथ शांति वार्ता में सतर्कता बरतने की चेतावनी दी।
अफगानिस्तान के तीन बिंदुओं वाली रणनीति की पेशकश करते हुए नायडू ने कहा कि सबसे अहम बात सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा सिर्फ सैन्य तरीकों से ही नहीं हासिल की जा सकती लेकिन साथ ही सैन्य प्रयासों के बगैर कोई भी देश सुरक्षित नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान का क्षमता निर्माण इसलिए जरूरी है ताकि वे संसाधनों का इस्तेमाल अपने हिसाब से कर सके। तीसरा बिंदु यह है कि अफगानिस्तान अपने क्षेत्र में शांतिपूर्वक रहे।
अफगान सरकार द्वारा हाल में तालिबान के साथ की गई वार्ता का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और मासूम लोगों की हत्याएं करने वालों के साथ निर्वाचित सरकार की बराबरी जैसा सलूक नहीं हो सकता।
पिछले महीने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री रांगिन ददफर स्पांता ने सरकार तथा तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच सऊदी अरब में बैठक होने की पुष्टि की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।