म्यांमार ने विवादित जल क्षेत्र में गैस का खनन रोका : बांग्लादेश
ढाका, 10 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश प्रशासन ने दावा किया है कि उसकी ओर से किए गए तनाव घटाने के प्रयासों के फलस्वरूप म्यांमार ने बंगाल की खाड़ी के विवादित जलक्षेत्र में तेल और गैस का खनन रोक दिया है।
ढाका, 10 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश प्रशासन ने दावा किया है कि उसकी ओर से किए गए तनाव घटाने के प्रयासों के फलस्वरूप म्यांमार ने बंगाल की खाड़ी के विवादित जलक्षेत्र में तेल और गैस का खनन रोक दिया है।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार बांग्लादेश के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "कूटनीतिक प्रयासों और बांग्लादेश की नौसेना की प्रबल मौजूदगी की वजह से म्यांमार ने विवादित जल क्षेत्र में खनन कार्य रोक दिया है।"
बयान में कहा गया है कि म्यांमार ने सेंट मार्टिन द्वीप से 50 समुद्री मील दूरी से अपने युद्ध पोत और कोरियन रिग ट्रांस ओशेन लीजेंड भी लौटा लिए हैं।
लेफ्टिनेंट कर्नल काजी मोहम्मद कबीरूल इस्लाम द्वारा हस्ताक्षरित इस बयान में कहा गया है कि म्यांमार और बांग्लादेश में काफी लंबे अर्से से जलसीमा विवाद रहा है। क्षेत्र में गैस पाए जाने की संभावनाएं उत्पन्न होने के बाद यह मामला और भी जटिल हो गया।
पिछले सप्ताह म्यांमार प्रशासन द्वारा कथित तौर पर पिछले सप्ताह तेल और गैस की खोज के लिए बंगाल की खाड़ी में बांग्लादेश की जलसीमा का अतिक्रमण किए जाने से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था।
बयान के मुताबिक इसके बाद बांग्लादेश सरकार ने क्षेत्र में युद्धपोतों की मौजूदगी और गश्त बढ़ा दी और साथ ही कूटनयिक प्रयास भी तेज कर दिए। बांग्लादेश की ओर से एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल म्यांमार भी भेजा गया। इसके अलावा बांग्लादेश सरकार ने म्यांमार के राजदूत को दो बार तलब कर अपना ऐतराज दर्ज कराया।
उधर म्यांमार ने बांग्लादेश के दावे को गलत और अवैध बताते हुए खाड़ी क्षेत्र में खनन कार्य जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। बांग्लादेश के विदेश सचिव तोहीद हुसैन और म्यांमार के विदेश उप मंत्री माआंग मिंट के बीच गुरुवार की वार्ता भी बेनतीजा रही।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।